राजकीय कन्या महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई प्रथम एवं द्वितीय के सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन राष्ट्रीय सेवा योजना राज्य संपर्क अधिकारी डॉ. विजय सिंह जाट एवं डॉ. जय जय कंवर के आतिथ्य में संपन्न हुआ।
इस अवसर पर डॉ. विजय सिंह जाट ने अपने उद्बोधन में राष्ट्रीय सेवा योजना के उद्देश्यों और वर्ष पर्यंत चलने वाली गतिविधियों के बारे में बताते हुए कहा कि अपना काम स्वयं करो के सिद्धान्त को जीवन में उतारने की आवश्यकता है। उन्होंने स्वयं सेविकाओं को अनुशासित व स्वावलंबी बनने की सीख दी तथा स्वयं सेविकाओं से हीन भावना निकालकर कठिन परिश्रम द्वारा ऊंचे पदों पर आसीन होने की अपेक्षा की।
डॉ. जय जय कंवर ने राष्ट्रीय सेवा योजना को संपूर्ण व्यक्तित्व विकास का एक अच्छा मंच बताते हुए कहा कि इसमें रहकर छात्राएं स्वस्थ्य एवं स्वच्छ समाज में निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है।
कार्यक्रम अधिकारी डॉ. विजय सिंह मावई ने अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना प्रेम, सद्भाव, मैत्री व सहयोग जैसी भावनाओं को विकसित करने का अच्छा मंच है। उन्होंने राष्ट्रीय सेवा योजना के लक्ष्य वाक्य मुझको नहीं तुझको जीवन में की आवश्यकता पर जोर दिया।
डॉ. राजेश शर्मा ने स्वयं सेविकाओं को श्रमदान की महत्ता बताई तथा साथ ही जीवन में सेवा भाव अपनाने की सीख दी और सामाजिक कुरूतियों के उन्मूलन में भागीदारी अदा करने पर जोर दिया।
कार्यक्रम अधिकारी राजेश मीना ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर डॉ. मनोज तोमर, डॉ. धीरेन्द्र सिंह जादौन, अम्बरीष प्रजापति, राजेन्द्र शर्मा आदि भी मौजूद रहे।