राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर 24 जनवरी को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, कार्यालय में रंगोली, नारे लेखन, नृत्य, पोस्टर, ग्रिटिंग काॅर्ड, पद दंगल, कविता, प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डाॅ. कमलेश मीना जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी, डाॅ. कैलाश चंद सोनी अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सुधीन्द्र शर्मा जिला कार्यक्रम प्रबंधक (एनएचएम), आशीष गौतम जिला समन्वयक (पीसीपीएनडीटी), प्रतीक शर्मा जिला कार्यक्रम प्रबंधक (एनयूएचएम), नवलकिशोर अग्रवाल डीएनओं, सुशिल गुप्ता जिला लेखा प्रबंधक, विमलेश शर्मा आशा समन्वयक, रंजना शर्मा, अभिषेक सोलोमन, राजीव सेन, प्रियंका कुशवाहा, शालिनी नामा, प्रतिभा राठौड, आदित्य सिंह, शंकर सैनी, महेन्द्र सहित समस्त कार्यालय स्टाॅफ एवं स्कूलों एवं काॅलेजों की छात्राऐं उपस्थित थी।
यूपीएचसी पर शहरी आशाओं को अभियान की जानकारी प्रदान की गई। इसके बाद कार्यालय में महाविद्यालय/विद्यालय, एएनएम प्रशिक्षणार्थी एवं अन्य छात्राओं ने रंगोली, ग्रिटिंग काॅर्ड, नारे लेखन, पोस्टर,कविता के माध्यम से बेटी अनमोल का संदेश दिया गया। बेटी अनमोल है, बेटी बचाओं, भ्रूण लिंग परिक्षण को ना कहे थीम पर संदेश देने के लिए बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
1 जनवरी से 20 जनवरी-2020 के मध्य जन्मी बेटियों को उनके अभिभावकों के साथ जन्मोत्सव का आयोजन केक काटकर किया गया। जिनके एक या दो बेटियां है उनको प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। डाॅ. मनीषा मीना द्वारा उर्वषी नामक अत्यन्त निर्धन बेटी को गोद लिये जाने पर भी सम्मानित किया गया। आशीष गौतम जिला समन्वयक (पीसीपीएनडीटी )ने कार्यक्रम में उपस्थित व्यक्तियों को पीसीपीएनडीटी एक्ट, बच्चों के संरक्षण के लिए बने विभिन्न कानूनों, बेटी अनमोल है इत्यादि विषयों पर आमुखीकरण सत्र के तहत आयोजन कर जानकारी प्रदान की गई।
कार्यक्रम के अंत में विजेताओं को प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।