कोरोना के कारण बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक दूसरे राज्यों से राजस्थान लौटे हैं। दूसरी ओर राज्य में संचालित कारखानों/फैक्ट्रियों में कार्यरत दूसरे राज्यों के काफी प्रवासी श्रमिक अपने राज्यों को चले गये हैं जिससे इन उद्योगों के पूरी क्षमता से कार्य करने में बाधा आ रही है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इन श्रमिकों और उद्यमियों की समस्याओं को दूर करने, श्रमिक को रोजगार और नियोक्ताओं को श्रमिक उपलब्ध करवाने का एक ऑनलाइन मंच प्रदान करते हुये राज कौशल पोर्टल की शुरूआत की है, जिसके शानदार परिणाम सामने आये हैं। इस पोर्टल पर अब तक 52.75 लाख श्रमिकों ने पंजीयन हुआ है। इनमें से सवाई माधोपुर जिले के 16646 श्रमिक शामिल हैं।
सरकारी सूत्रों के अनुसार बुधवार को राज्य के श्रम सचिव नीरज के. पवन ने सभी जिला कलेक्टरों, श्रम, उद्योग, रीको, सूचना एवं प्रौद्योगिकी, कौशल विकास से जुड़ी विभिन्न ऐजेन्सियों के अधिकारियों के साथ वीसी कर इस पोर्टल का अधिकतम प्रचार-प्रसार कर प्रवासी और स्थानीय श्रमिक तथा उद्यमियों को इसका लाभ दिलवाने के निर्देश दिये।
राज पोर्टल मास्टर डेटा बेस में संनिर्माण श्रमिक, कोविड प्रवासी श्रमिक, पंजीकृत बेरोजगार, आरएसएलडीसी, प्रशिक्षित आईटीआई, प्रशिक्षित इत्यादि का डेटा एक ही क्लिक पर प्राप्त किया जा सकता है। इस पोर्टल पर पंजीकृत प्रत्येक श्रमिक की पूरी डिटेल कोई भी उद्यमी देख सकता है। श्रमिक के अनुभव, पूर्व में कहाॅं कार्य किया, वर्तमान में कहाॅं निवास कर रहा है आदि जानकारियाॅं उपलब्ध है जिससे नियोक्ता को कुशल, अर्धकुशल और अकुशल सभी प्रकार का श्रम एक ही मंच पर उपलब्ध हो रहा है।
उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक राज्य में लौटै हैं। इनमें से काफी श्रमिकों को मनरेगा में कार्य दिया गया है, लेकिन बड़ी संख्या में श्रमिक ऐसे भी हैं जो किसी ट्रेंड में कुशल हैं और उन्हें राज्य के कल-कारखानों में आसानी से रोजगार मिल सकता है।
श्रमिक अपने मोबाइल से राज कौशल पोर्टल पर पंजीकरण कर सकता है। उसे तकनीकि समस्या आये अथवा प्रोसेस की जानकारी न हो तो आने निकटतम ई-मित्र कियोस्क पर जाकर पंजीयन करवा सकता है।