जिले के खण्डार उपखण्ड क्षेत्र में ग्राम पंचायत अल्लापुर के ग्राम बाढ़पुर में शनिवार सुबह गांव की आबादी भूमि में मकानों के पीछे बने बाड़े में शव-मिलने से ग्रामीण भयभीत एवं आक्रोशित नजर आए।
जानकारी के अनुसार मृतक युवक हेमराज उर्फ चाचा पुत्र शंकर गुर्जर निवासी बाढ़पुर प्रतिदिन की भांति शुक्रवार देर रात को अपने निवास मकान से अपने बाड़े पर सोने के लिए गया। प्रातः 4 बजे मृतक हेमराज घर पहुंचकर मन्दिर की प्रभातफेरी में भाग लिया करता था। लेकिन जब शनिवार सुबह मृतक हेमराज घर नहीं पहुंचा तो मृतक हेमराज की धर्मपत्नी मनो देवी बाड़े में गई। लेकिन बाड़े में अपने पति को फंदे के लटका देखकर चिल्लाई ओर बेसुध हो गई। महिला के चिल्लाने की आवाज सुनकर घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई।
ग्रामीणों की सूचना पर ग्रामीण पुलिस उपाधीक्षक राकेश राजोरा, खण्डार थानाधिकारी विनोद कुमार वर्मा एवं सहायक उप निरीक्षक रामबाबू गुर्जर मय जाब्ते के घटनास्थल बाढ़पुर गांव पहुंचे। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बहरावण्डा खुर्द मोर्चरी में भिजवाया जहां पर चिकित्सकों की मेडिकल टीम द्वारा मृतक के शव का पोस्टमार्टम कर दिया गया।
लेकिन घटना से गुस्साये परिजनों ने करीब एक घण्टे तक शव को लेने से साफ इंनकार कर दिया। परिजनों की मांग की थी नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर मर्डर का शीघ्र खुलासा होना चाहिए। ग्रामीण पुलिस उपाधीक्षक राकेश राजोरा ने ग्रामीणों एवं परिजनों को समझाईश की गई और कहा गया की शीघ्र ही हत्या का खुलासा करने के आश्वासन पर परिजन शव ले जाने को राजी हुए।
घटनास्थल पर परिजनों का रो रोकर बुरा हाल था। जिन्हें देखकर हर कोई अपनी आंखों का आँसू रोक नहीं पाया। वही गांव में मातम सा छा गया और चारों ओर सन्नाटा पसर गया। शुक्रवार सुबह पहली ऐसी घटना होने से गांव में चूल्हे तक नहीं जले।
बाढ़पुर गांव में हत्या की सूचना आसपास के गांवों में आग की तरह फैल गई। घटना की सूचना पाते ही छाण सरपंच प्रतिनिधि रामसिंह बैरवा, अल्लापुर सरपंच प्रतिनिधि ब्रजेश बैरवा, ग्राम सहकारी समिति छाण अध्यक्ष मुख्यतार खान, पूर्व सरपंच अल्लापुर रामकिशन चौधरी, पूर्व सरपंच कमलेश गुर्जर, जनप्रतिनिधियों सहित सैकड़ों लोग बाढ़पुर गांव पहुंचे ओर परिजनों को सांत्वना दी एवं दाह संस्कार में शामिल हुए।
मृतक हेमराज के भांजे सत्यनारायण निवासी सुखवास ने विगत दिनों बाढ़पुर गांव के कैलाश गुर्जर की भैंस पचास हजार पांच सौ रुपये में खरीदी। कुछ पैसे तो तुरन्त दे दिया। बाकी के बीस हजार पांच सौ रुपये मृतक हेमराज को दे दिए। मृतक हेमराज ने उधारी के पैसे चुकता करने लिए के लिए भांजे के द्वारा दिए गए बीस हजार पांच सौ रुपये भैंस विक्रेता कैलाश गुर्जर को नहीं दिए। मृतक के भांजे सत्यनारायण ने बताया कि हालांकि भैस विक्रेता कैलाश गुर्जर मामा द्वारा पैसे नहीं देने का उलाहना देकर बाकी के पैसे मेरे से ले गया। शुक्रवार को जब मृतक द्वारा स्वंय के दिए गए उधारी के पैसे मांगे तो लड़ाई झगड़ा करने पर उतारू हो गए।
मृतक हेमराज के बड़े पुत्र रामरतन गुर्जर ने पुलिस को दी गई रिपोर्ट में बताया गया की मेरे पिताजी ने गांव के ही कैलाश पुत्र भागचंद को उधार पैसे दे रखे थे। शुक्रवार सुबह करीब 8 बजे उधारी के पैसे मांगने की बात को लेकर कैलाश पुत्र भागचंद, राकेश पुत्र कैलाश, रामवीर पुत्र कैलाश, रामसिंह पुत्र लक्ष्मण, कमल, मुकेश पुत्र जग्गनाथ गुर्जर ने धक्का मुक्की कर मारपीट की और खुल्लेआम जान से मारने की धमकी दी। इसी दिन रात्रि को खाना खाकर गांव में स्थित मंदिर में सत्संग करने गया और सत्संग के बाद करीब 9 बजे बाड़े में जाकर सो गया।
रामरतन के अनुसार मेरे पिता की हत्या कर रस्सी से लटकाकर आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई। पीछे से दोनों हाथ बांध रखे थे और कानों की लोंग ओर गले में से सोने का जंतर भी नहीं मिला, घटनास्थल पर एक साफी (अंगोछा) खून से सनी मिली जो मृतक की नहीं थी। मृतक के पुत्र ने शक जाहिर करते हुए कहा की मुल्जिमान उधारी रकम को चुकता करने के लिए मेरे पिता की हत्या की गई है। फ़िलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।