रेलवे के निजीकरण के खिलाफ ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन एवं वेस्ट सेंट्रल रेलवे एंप्लाइज यूनियन के तत्वाधान में शुरू हुए जन आंदोलन के प्रथम दिन रेलवे के पावर हाउस रेलवे अस्पताल, स्टेशन एवं लोबी पर यूनियन कार्यकर्ताओं ने द्वार सभाओं का आयोजन किया।
इस अवसर पर कर्मचारियों को संबोधित करते हुए यूनियन के नेताओं ने कहा कोरोना महामारी की आड़ में रेलवे बेचने का खेल चल रहा है। केंद्र सरकार रेलगाड़ियां, रेलवे स्टेशन, रेलवे कर्मचारियों के कार्यों का एक-एक करके निजी करण करती जा रही है। आज गंगापुर सिटी में यूनियन की शाखाओं द्वारा रेलवे पावर हाउस, रेलवे अस्पताल, रेलवे स्टेशन और लौबी पर रेल कर्मचारियों से संपर्क कर केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के बारे में यूनियन पदाधिकारियों ने चर्चा की। इस अवसर पर यूनियन के नेता मंडल उपाध्यक्ष नरेंद्र जैन, मंडल सह सचिव श्रीप्रकाश शर्मा, लोको शाखा सचिव राजेश चाहर, कैरीज शाखा के अध्यक्ष गजानंद शर्मा, यातायात शाखा के सचिव हरिप्रसाद मीणा, कार्यकारी अध्यक्ष आर पी मंगल, शरीफ मोहम्मद, वीरेंद्र मीणा, आदिल खान, अब्दुल कासिम, शरीफ मोहम्मद ने रेल कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा की रेल को बिकने से बचाने के लिए हो रहे इस जन आंदोलन में सब रेलकर्मी एक मंच पर इकट्ठे होकर केंद्र सरकार की नीतियों का जोरदार विरोध करें।
इस अवसर पर यूनियन के पदाधिकारी लोडिंग फ्रैंकलीन, संजय मीणा, राय सिंह मीणा, सुनील जांगिड़, कर्मवीर सिंह, बलदेव मीणा, गणेश पाल मीना, अशोक कुमार एम, राकेश मीणा, मनमोहन शर्मा, आरती मंगल, राकेश सोनवाल, अशोक कुमार गुप्ता, देवी सिंह मीणा, हरिमोहन मीना, रामविलास मीणा, तरुण यादव, जुनैद खान, नदीम मोहम्मद, रघुराज सिंह, लोकेश मीणा, रामराज मीणा, सीताराम बेरवा, प्रसादी राम, राजकुमार, लोकेश जैन, चंद्रभान मीना, भरोसी सैनी, पी पी अग्रवाल, रमेश बाबू, देवेंद्र गुर्जर, विकास चतुर्वेदी, सूरजपाल, शाहिदा खान सहित सैकड़ों रेल कर्मचारी उपस्थित थे।
मंगलवार को रेलवे के निजीकरण के खिलाफ हो रहे जन आंदोलन के तहत गंगापुर सिटी में रेलवे के माइक्रोवेव कार्यालय पर 9:15 बजे, स्वास्थ्य विभाग मे सुबह 6:45 बजे एवं रेलवे स्टेशन पर सुबह 10 बजे मीटिंगों का आयोजन होगा।