जस्टाना क्षेत्र में गत रात्रि को लालसोट कोटा मेगा हाईवे सहित कई जगहों पर पुलिस की कड़ी नाकाबंदी के चलते बड़ी संख्या में बजरी की अवैध ट्रैक्टर ट्रॉली जमा हो गई।
प्रशासन के दबाव को देखकर कई ट्रैक्टर-ट्रॉली चालक जहां रोड़ पर ही बजरी खाली कर गए वहीं कई ट्रैक्टर चालकों ने मलारना चौड़ में गली और मोहल्लों में लावारिस स्थिति में ही ट्रोलियां खड़ी करके ट्रैक्टर लेकर फरार हो गए।
अवैध खनन की बजरी से भरी इन लावारिस खड़ी ट्रोलियों की सूचना ग्रामीणों द्वारा पुलिस कंट्रोल रूम को दी गई। मौके पर पहुंची मलारना डूंगर थाना पुलिस ने बजरी से भरी 5 ट्रॉलियां बरामद की। मौके पर पहुंचे मलारना डूंगर तहसीलदार कृष्ण मुरारी मीणा, खनिज विभाग के एम. ई. अनिल गुप्ता, हैड कांस्टेबल भीम सिंह ने कार्यवाही के नाम पर ट्रोलियों के टायर पंचर कर वहीं छोड़ दिया।
अवैध बजरी खनन एवं परिवहन के खिलाफ की जा रही इस कार्यवाही पर ग्रामीणों ने बड़ी हैरानी व्यक्त करते हुए लोगों में चर्चा का विषय रहा की ऐसी कार्यवाहियों के कारण ही आज बनास नदी की बेशकीमती राष्ट्रीय धरोहर को लूटा जा रहा है।
इस विषय पर एम. ई. अनिल गुप्ता से बात करने पर उन्होंने उचित कानूनी कार्यवाही का भरोसा दिलाया। परंतु ऐसी कार्यवाही को उचित कहना कहां तक न्याय संगत हो सकता है यह एक बहुत बड़ा प्रश्न है।