पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के नाम पर उत्तराखंड लेक्चरर साक्षात्कार में नौकरी लगाने का झांसा देने के नाम पर 16 लाख की ठगी करने का मामला सामने आया है। पीड़ित ने आरोप लगाया की उत्तराखंड यूकेपीएससी में कॉलेज व्याख्याता के पद पर साक्षात्कार में चयन कराने का झांसा देकर लाखों की ठगी की गई है।
लेकिन अब सरकारी नौकरी में चयन नहीं करवा पाने के बाद अब आरोपी फरार है। ठगी का शिकार हुए बाड़ी जिला धौलपुर निवासी ठाकुरदास बंसल पुत्र रामजीलाल बंसल बाड़ी न्यायालय एसीजेएम नंबर-3 में इस्तगासा दर्ज करवाया है। पीड़ित ने इस्तगासा के तहत बाड़ी सदर थाने में आरोपी विनोद कुमार पुत्र निहाल सिंह गुर्जर निवासी गांव संडपुरा थाना सदर बाड़ी के विरुद्ध मामला दर्ज करवाया है।
पुलिस ने इस्तगासा के तहत प्राप्त हुए परिवाद पर आरोपी के विरुद्ध धारा 420, 406, 506 आईपीसी में मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है। ठाकुरदास बंसल ने बताया कि उसके मकान में किराये पर रहने वाला संडपुरा गांव का निवासी आरोपी विनोदकुमार पुत्र निहाल सिंह गुर्जर ने उसको सरकारी नौकरी लगाने का झांसा दिया।
आरोपी ठाकुरदास ने उत्तराखंड यूकेपीएससी में कॉलेज लेक्चरर के पद पर पीड़ित के दामाद अनिल कुमार गोयल का चयन कराने के नाम पर लगभग 18 लाख रूपये की डिमांड की थी। पीड़ित ने आरोपी विनोद कुमार को 16 लाख रुपये दे दिए एवं 2 लाख रूपये नौकरी लगने के बाद देने को कहां।
गत दिनांक 19 नवंबर 2020 में हुए इंटरव्यू के बाद गत 3 दिसंबर 2020 को यूकेपीएससी की तरफ सेघोषित परिणाम में पीड़ित का नाम नहीं आया. जिसके बाद पीड़ित ने आरोपी विनोद कुमार से अपने पैसे वापस मांगे। लेकिन आरोपी ने पैसे मांगने और पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाने पर पीड़ित को जान से मारने धमकी दी।
पीड़ित ठाकुरदास बंसल ने बताया कि आरोपी विनोद कुमार ने उससे पैसे लिए थे तब 2018 में सचिन पायलट प्रदेश के उपमुख्यमंत्री थे, तब सचिन पायलट ने उत्तराखंड यूकेपीएससी अध्यक्ष की निजी सहायक को फोन पर बात कराकर चयन करवाने की बात कही थी।