सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म न. 2 पर एक 13 वर्षीय बालक को लावारिस अवस्था में घूमता देख आरपीएफ के सब इंस्पेक्टर नारायण सिंह ने बालक को दस्तयाब कर चाइल्ड लाइन को इसकी सूचना दी। सूचना मिलने पर पर कोर्डीेनेटर हरिशंकर एवं टीम सदस्य हनुमान सैनी ने स्टेशन पहुंचकर डीडी एंट्री करवाकर बालक को अपने संरक्षण में लिया और चाइल्डलाइन कार्यालय लेकर आए। काउन्सल लवली जैन ने बालक से परामर्श किया तो बालक ने बताया कि वो नई दिल्ली का रहने वाला है और सूरत काम करने के लिए चला गया था।
लेकिन वहां से मालिक ने बालक को भगा दिया। बालक ट्रेन में बैठकर सवाई माधोपुर पहुंच गया। बालक को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया। समिति की अध्यक्ष श्वेता गर्ग सदस्य अंकुर गर्ग, युवराज चौधरी, बाबूलाल राजौरा एवं महिला सदस्य ज्योति शर्मा के आदेश से बालक को मर्सी आश्रय गृह में अस्थायी तौर पर प्रवेश दिलाया गया है। मर्सी गृह स्टाफ ने बालक के खानपान एवं आवास की उचित व्यस्था कर दी है। चाइल्डलाइन टीम एवं मर्सी आश्रय गृह के स्टाफ द्वारा परिजनों की तलाश की जा रही है।