प्रदेश के मुखिया अशोक गहलोत ने आज गुरुवार को कहा कि शासन करने वाले अगर बुलडोजर चलाने लगेंगे तो देश में संविधान का राज कहां बचेगा। साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा की संविधान की शपथ लेकर उसके विपरीत व्यवहार करने वालों को जनता को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करना चाहिए। सीएम अशोक गहलोत ने यह टिप्पणी एमपी में रामनवमी की शोभायात्रा पर पथराव करने वालों के अवैध मकानों को गिराए जाने की खबरों पर कटाक्ष करते हुए कही है।
भीमराव अंबेडकर जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में अशोक गहलोत ने रामनवमी पर प्रदेश में एक भी स्थान घटना नहीं होने का जिक्र करते हुए कहा कि बाकी कई प्रदेशों में दंगे भड़के और हिंसा हुई, बुलडोजर चले। अरे भई ये बुलडोजर चलने वाली बीमारी कहां से आ गई? अगर शासन करने वाले बुलडोजर चलवाएंगे तो अंबेडकर का शासन कहां बचेगा और उनका संविधान कहां रहेगा।
वहीं गहलोत किसी घटना का नाम लिए बिना कहा कि किसने नारे लगवाए व किसने दंगे भड़काए पता नहीं, पुलिस ने सूची बनाई है, बुलडोजर गए तथा मकान ढ़हाने लगे। जिनके मकानों पर बुलडोजर चल रहे हैं वे गरीब की आंखों में आंसू आ रहे थे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अनुसार कानून की रक्षा करना ही भीमराव अंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि है। (भाषा)