पॉपुलर फ्रंट के प्रदेश अध्यक्ष मुहम्मद आसिफ ने बयान जारी कर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीष पूनियां के पॉपुलर फ्रंट को लेकर दिए बयान की कड़े शब्दों में निंदा की और इसे बकवास और निराधार बताया। मुहम्मद आसिफ ने बताया कि आज तक संगठन पर एक भी आतंकी व देशद्रोह एवं हिंसा का आरोप साबित नहीं हुआ है। यदि आरोपों की बात की जाए तो सबसे ज्यादा आतंकी घटनाओं, बम ब्लास्ट एवं दंगो के आरोप आरएसएस व भाजपा पर हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने जिन घटनाओं उदयपुर, करौली, जोधपुर का जिक्र किया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार करौली और जोधपुर में एस.आई.टी. ने संगठन का इन घटनाओं में किसी भी तरह के सम्बंध से इनकार किया है, जबकि यह सर्वविदित है कि इन घटनाओं के लिए सीधे तौर पर आरएसएस व उसके अनुशांगिक संगठन जिम्मेदार हैं। उदयपुर हत्याकांड में तो आरोपी भाजपा का सक्रिय सदस्य है, इसलिए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।
राजस्थान में संगठन पर आज तक कोई मुकदमा दर्ज नहीं है, पूूर्व की भाजपा सरकार ने भी संगठन को सर्विलेंस पर रखा था और केन्द्र को सूचना दी, कि संगठन की राज्य में कोई भी गतिविधि संदिग्ध नहीं है, ऐसे सामाजिक संगठन पर आरोप लगाना निन्दनीय है। यह सब सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए है, ताकि अपना प्रदेश अध्यक्ष का पद बचा सके।
राज्य में संगठन ने शिक्षा व समाज सेवा में अविस्मरणीय कार्य किया है। कोरोना महामारी में संगठन ने पूरे प्रदेश में बड़े पैमाने पर राहत कार्य को अंजाम दिया था। पॉपुलर फ्रंट हमेशा लोगों को बीजेपी और आरएसएस के साम्प्रदायिक एजेण्डों से जागरूक करता रहा है। पॉपुलर फ्रंट को आरएसएस अपने रास्ते का सबसे बड़ा रोड़ा समझता है, इसलिए संगठन के खि़लाफ अनर्गल बयान बाजी करते हैं। लेकिन पॉपुलर फ्रंट का जन समर्थन लगातार बढ़ रहा है।