राजीव गांधी क्षेत्रीय प्राकृतिक विज्ञान संग्रहालय सवाई माधोपुर द्वारा मोटा अनाज-एक सतत पर्यावरण अभ्यास विषय पर 23 व 24 अगस्त को दो दिवसीय शिक्षक उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सवाई माधोपुर के विभिन्न सरकारी एवं निजी विद्यालयों से प्राथमिक अध्यापक, अध्यापिकाओं एवं बी.एड. प्रशिक्षणार्थियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के दौरान संग्रहालय प्रभारी मोहम्मद यूनुस ने कार्यक्रम की संक्षिप्त जानकारी देते हुए कार्यशाला की महत्व तथा पर्यावरण संरक्षण के लिए शिक्षकों की भूमिका पर, मुख्य अतिथि डॉ. आरती भदोरिया द्वारा पर्यावरण संरक्षण एवं हमारे स्वस्थ के लिए मोटा अनाज के महत्व पर, संग्रहालय द्वारा आमंत्रित डॉ. चमनदीप कौर, विषय विशेषज्ञ, कृषि विज्ञान केंद्र, सवाई माधोपुर, द्वारा इंटरनेशनल मिलेट ईयर 2023 एंट्रेप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट फ्रॉम प्रोसेस, वैल्यू एडिशन ऑफ मिलेट्स विषय पर जानकारी दी गई।
इसके अतिरिक्त इन दो दिवसों में संग्रहालय के वैज्ञानिकों डॉ. प्रवीण कुमार वर्मा, सुस्मिता नामाता तथा डॉ. अलोक चोरघे, डॉक्यूमेंटेशन असिस्टेंट द्वारा विभिन्न पहलुओं जैसे मोटा अनाज के वर्गीकरण और टिकाऊ फसल के रूप में इसका परिचय, पोषक-अनाज एक पोषण मूल्य और स्वास्थ्य लाभ, मोटा अनाज के सांस्कृतिक और सामाजिक आर्थिक महत्व, क्लाइमेट फ्लेक्सिबिलिटी एंड हेल्थ सप्लीमेंट्स ऑफ मोटा अनाज पर जानकारी दी।
इसके अतिरिक्त हैंड्स ओन प्रैक्टिस ओन मोल्डिंग एंड कास्टिंग एवं मोटा अनाज पर फिल्म शो का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में संग्रहालय के प्रमोद, रंजीत, सलाउदीन, विशेष और मंगत का विशेष योगदान रहा। अन्त में सभी प्रतिभागियों को क्षेत्रीय स्तर का प्रमाण पत्र प्रदान कर इस कार्यक्रम का समापन किया गया।