जयपुर: राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की हार के बाद सीएम अशोक गहलोत ने आज रविवार शाम को अपने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यपाल कलराज मिश्र से राजभवन में मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपा है।
जिसे राज्यपाल कलराज मिश्र ने स्वीकार कर लिया है। इस बार कांग्रेस को उम्मीद थी कि सरकार वापस रिपीट होगी और राजस्थान में दशकों से चला आ रहा रिवाज अबकी बार बदलेगा, लेकिन इस बार भी रिवाज कायम रहा। भाजपा ने 115 सीटों पर जीत हासिल कर भगवा लहरा दिया है, तो वहीं कांग्रेस ने 69 और अन्य ने 15 सीटों पर जीत दर्ज की है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राजस्थान के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके है। सीएम अशोक गहलोत ने 1998 में पहली बार मुख्यमंत्री का पद संभाला था, इसके बाद वह 2003 तक मुख्यमंत्री रहे। 2008 में फिर कांग्रेस सत्ता में वापसी करने के बाद अशोक गहलोत को ही सूबे की कमान मिली।
इसके बाद साल 2018 में कांग्रेस एक बार फिर सत्ता में आई और मुख्यमंत्री के तौर पर अशोक गहलोत को तीसरी बार राजस्थान की सत्ता मिली।
मीडिया से रूबरू हुए सीएम अशोक गहलोत:-
राजस्थान विधानसभा चुनाव में हार के बाद सीएम अशोक गहलोत मीडिया से रूबरू हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि, “जनता का जनादेश स्वीकार है” हमारी योजनाओं का हम सही से प्रचार नहीं कर पाए। कुछ टिकट वितरण में भी गलतियां हुई है। हमारी पार्टी इस हार की समीक्षा करेगी।
हमारी उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं आए है। भाजपा के बहकावे में जनता आ गई है। भाजपा के पास राजस्थान में कोई मुद्दा नहीं था। राजस्थान में विकास कार्यों के नाम पर वोटिंग नहीं हुई। भाजपा ने हिंदू-मुस्लिम के नाम पर वोट मांगे और ध्रुवीकरण करने की कोशिश की है।