जिला एवं सेशन न्यायाधीश सवाई माधोपुर अतुल कुमार सक्सेना ने इन्दिरा मैदान में चल रहे रणथम्भौर हस्तशिल्प मेले में विधिक सेवा स्टॉल का फीता काटकर उद्घाटन किया गया और प्रोजेक्टर के माध्यम से नालसा व रालसा योजनाओं के बारे में आमजन को जागरूक किया और आमजन को जानकारी देते हुए बताया कि राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर द्वारा आमजन के लिये विभिन्न प्रकार की नालसा व रालसा की योजनाएं चलाई जा रही है, जिनका लाभ आमजन तक पहुंचे, इसके लिये इस हस्तशिल्प उद्योग मेले में विधिक सेवा स्टॉल के माध्यम से विधिक सेवाओं की जानकारी प्रदान की जा रही है।
उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रकार के विधिक सेवा स्टॉल का मुख्य उद्देश्य आमजन को कानूनी जानकारी देकर उन्हें सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना है। तीन लाख वार्षिक आय से नीचे जीवनयापन करने वाले एससी, एसटी और किसी भी जाति वर्ग के गरीब जिनका न्यायालय में लंबे समय से केस चल रहा हो, वे लोग जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में आवेदन कर अपने मुकदमे का निष्पादन करा सकते है।
प्राधिकरण की ओर से आवेदक को निः शुल्क अधिवक्ता भी उपलब्ध कराये जाते है, कानून की जानकारी के अभाव में गरीब जनता न्याय पाने में विफल नहीं हो और न्याय की प्रक्रिया तक उनकी पहुंचे हो, इसके लिए विधिक सेवा प्राधिकरण का गठन हुआ है। साथ ही आमजन को जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि इस वर्ष की प्रथम राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन 09 मार्च 2024 को किया जाना है, इस राष्ट्रीय लोक अदालत में अधिक से अधिक संख्या में भाग लेकर आमजन अपने प्रकरणों का राजीनामे के माध्यम से निस्तारण करवा सकते है।
इस अवसर पर महेन्द्र कुमार ढ़ाबी सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, पल्लवी शर्मा विशिष्ट न्यायाधीश एससी/एसटी न्यायालय, ज्योति सिंह मीना मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, अरविन्द कुमार प्रिंसीपल मजिस्ट्रेट किशोर न्याय बोर्ड, हिमांशु गर्ग अपर न्यायिक मजिस्ट्रेट सं. 1, सुग्रीव मीना जिला उद्योग केन्द्र, आदि न्यायिक अधिकारीगण व कर्मचारीगण तथा आमजन भी उपस्थित थे।