सवाई माधोपुर जिले के अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. केसी सोनी ने रविवार को मलारना स्टेशन पीएचसी का निरीक्षण किया। निरक्षण के दौरान मलारना स्टेशन पीएचसी पर एक महिला चिकित्साकर्मी मौजूद मिली। उन्होंने पीएचसी के बाहर ट्रैक्टर – ट्रॅाली में हुए प्रसव की जानकारी ली। जिस पर महिला चिकित्साकर्मी ने अनभिज्ञता जाहिर की। डॉ. सोनी ने प्रथम दृष्टया मामला लापरवाही का माना है।
उन्होंने कहा कि चिकित्सा प्रभारी को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगेंगे। डॉ. सोनी ने राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मलारना चौड़ व मलारना डूंगर का भी निरीक्षण किया। इस दौरान चिकित्सा स्टाफ की स्थिति की जानकारी भी ली। उन्होंने चिकित्सा प्रभारियों को अस्पताल में व्यवस्था सुधारने के भी निर्देश दिए। मलारना चौड़ के ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि दो चिकित्सक और आधा दर्जन से अधिक चिकित्सा स्टाफ है। इसके बावजूद भी ओपीडी समय के बाद अस्पताल पर ताला लगा दिया जाता है। सड़क हादसे और प्रसव पीड़ा में आने वाले रोगियों को अस्पताल में ताला होने से तत्काल उपचार नहीं मिलता है।
ग्रामीण रामावतार मीना ने सीएचसी पर 24 घण्टे चिकित्सा स्टाफ की लगाने की मांग की। इसके बाद अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मलारना डूंगर सीएचसी पर पहुंचे। इस दौरान ब्लॉक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रणजीत मीना भी साथ में मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि चिकित्सा सेवा में लापरवाही कतई बर्दाश्त नही होगी। उल्लेखनीय है की गत शुक्रवार को रात मलारना स्टेशन के मुख्य द्वार पर खड़ी ट्रैक्टर – ट्रॉली में एक महिला के प्रसव होने का मामला सामने आया था। अस्पताल में कोई चिकित्साकर्मी नहीं होने की वजह से प्रसूता ने खड़ी ट्रैक्टर – ट्रॉली में बच्चे को जन्म दिया था। हालांकि जच्चा-बच्चा दोनों ही स्वस्थ है। इसके बाद अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने यहाँ निरीक्षण किया और चिकित्साकर्मी की इस लापरवाही का कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगने के लिया कहा है।