जिले के सभी राजकीय विद्यालयों में अब बिजली कनेक्शन हो चुका है। कोई भी राजकीय स्कूल बिजली कनेक्शन से वंचित नहीं है। कोरोना के कारण बंद पड़े सरकारी स्कूलों के खुलने पर जब विद्यार्थी लौटेंगे तो उन्हें यह सुखद अहसास होगा। जिला कलेक्टर द्वारा मिशन के रूप में लेकर कार्य करवाए जाने से यह सफलता मिली है। जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन 3 माह पूर्व शिक्षा विभाग की बैठक ले रहे थे, तब यह जानकारी सामने आई कि 96 सरकारी विद्यालयों में विद्युत कनेक्शन नहीं है। उसी समय कलेक्टर ने जेवीवीएनएल के अधीक्षण अभियन्ता और जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि विद्युत कनेक्शन से वंचित इन सभी स्कूलों में जल्द से जल्द कनेक्शन करें। इसके लिए उन्होंने सीडीईओ को आवेदन करवाकर डिमांड राशि जमा करवाने के निर्देश दिए। कलेक्टर की त्वरितता पर सभी शिक्षा विभाग द्वारा डिमांड राशि जमा करवाई गई तो बिजली निगम के अधिकारियों ने भी अपने दायित्वों का अच्छे से निर्वहन करते हुए कनेक्शन से बकाया सभी 96 स्कूलों में कनेक्शन हो चुके है। अधीक्षण अभियंता बिजली निगम रामखिलाड़ी मीना ने बताया कि जेवीवीएनएल के कार्यक्षेत्र में आने वाले सभी जिलों में सवाईमाधोपुर सरकारी स्कूलों में वि़द्युत कनेक्शन के बिन्दु पर नम्बर वन हो गया है।
वर्तमान में जिले के सभी 737 प्राथमिक, 289 माध्यमिक और 49 संस्कृत स्कूलों में विद्युत कनेक्शन है। इसके अतिरिक्त 16 अन्य राजकीय विद्यालय जिनमें कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय, एकलव्य मॉडल स्कूल और देवनारायण आवासीय विद्यालय शामिल है में भी कनेक्शन हो चुका है। इस सम्बंध में कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने बताया कि आज के समय इंटरनेट ज्ञान और सूचना का सबसे बड़ा माध्यम है। ग्रामीण और शहरी, वंचित और समर्थ विद्यार्थियों के बीच डिजिटल डिवाइड न हो, इसके लिये राज्य सरकार का कम्प्यूटर शिक्षा पर जोर है, बिना विद्युत कनेक्शन कम्प्यूटर शिक्षा संभव नहीं है। इसी के साथ पेयजल व्यवस्था, भीषण गर्मी से बचाव और रोशनी के लिये भी विद्युत कनेक्शन बहुत जरूरी था। इस मिशन की सफलता के लिये जेवीवीएनएल और शिक्षा विभाग के अधिकारी धन्यवाद के पात्र है।