जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन की अध्यक्षता में आज गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जल जीवन मिशन के तहत जिला जल और स्वच्छता समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में जल जीवन मिशन के तहत 2024 तक प्रत्येक घर तक नल के माध्यम से पानी पहुुुंचाने की योजना में अब तक हुई प्रगति की समीक्षा की गई। बैठक में योजना के तहत घर-घर जल संबंध के लिए स्वीकृत एवं प्रस्तावित योजनाओं की प्रगति तथा क्रियांविति की योजनावार समीक्षा कर निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिले में 756 गांवों में से जल योजनाओं के माध्यम से घर-घर नल कनेक्शन किए जाने हैं। इस वर्ष मिशन के तहत 57 हजार से अधिक टेप कनेक्शन का लक्ष्य लेकर कार्य किया जा रहा है। जिले में 262 गांवों के लिए 214 जल योजनाओं की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति जारी हो चुकी है। इसमें से 118 गांवों की 113 जल योजनाओं के कार्यादेश जारी किए जा चुके है तथा 69 योजनाओं में कार्य प्रारंभ हो चुके है। इन 214 योजनाओं में 37793 नल कनेक्शन दिए जाएंगे। कलेक्टर ने शेष गांवों की डीपीआर शीघ्र तैयार कर स्वीकृति के लिए भिजवाने के निर्देश दिए। जिससे सभी गांवों के लोगों को नल कनेक्शन के माध्यम से 2024 तक आवश्यक रूप से नल कनेक्शन से पेयजल आपूर्ति हो सके। कलेक्टर ने स्वीकृत योजनाओं के कार्यों में प्रगति लाकर समय पर पूरा करने तथा इनसे नल कनेक्शन लाभार्थियों को उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिले के 732 गांवों में वीडब्ल्यूएससी का गठन हो चुका है इनका पुनर्गठन कर महिलाओं की भागीदारी की जाए तथा आईएसए टीम इनके बैंक खाते खुलवाने के कार्य में गति लाएं। कलेक्टर ने जल जीवन मिशन योजना के तहत इलेक्ट्रीशियन, प्लंबर और फीटर की ट्रेनिंग सहित अन्य गतिविधियों के संबंध में जानकारी ली तथा ट्रेनिंग प्राप्त कर चुके युवाओं का गांवों में सहयोग लिया जाए। इससे पूर्व कलेक्टर ने पूर्व बैठक में दिए गए निर्देशों की पालना एवं एक्शन टेकन रिपोर्ट की जानकारी ली। बैठक में अधीक्षण अभियंता जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी सीताराम मीना ने बताया कि सवाई माधोपुर के 50, चौथ का बरवाड़ा के 10, मलारना डूंगर के 3, बौंली के 2, बामनवास के 35 और गंगापुर के 40 कुल 180 गांवों में इसी वर्ष शत प्रतिशत नल कनेक्शन का लक्ष्य रखकर कार्य किया जा रहा है।
सामग्री की गुणवत्ता का निरीक्षण ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति को भी करवाएं:- कलेक्टर ने बैठक में निर्देश दिए कि जल योजनाओं में गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखा जाए। ठेकेदार द्वारा आपूर्ति की जाने वाली सामग्री एवं उपयोग में ली रही सामग्री का अधिकारी निरीक्षण करने के दौरान ग्राम जल एवं स्वच्छता समिति के सदस्यों को भी साथ में रखकर निरीक्षण करवाएं। गुणवत्ता जांच करने की सूचना वीडब्ल्यूएससी को आवश्यक रूप से दे। जन सहभागिता के द्वारा प्राप्त किए जाने वाले अंशदान के संबंध में जागरूकता बनाने के निर्देश भी दिए।
स्कूल एवं आंगनबाडी केन्द्रों में नल कनेक्शन की समीक्षा:- कलेक्टर ने बैठक में बताया कि जिले के ऐसे सरकारी स्कूल और आंगनबाड़ी केन्द्र, पंचायत भवन और स्वास्थ्य केन्द्र जो अब तक भी पेयजल कनेक्शन से वंचित हैं, उनको जल जीवन मिशन में कनेक्शन जारी होंगे। उन्होंने बताया कि जिले के 708 स्कूल तथा 686 आंगनबाडी केन्द्र नल कलेक्शन के लिए चिन्हित किए गए है। इनमें से 206 स्कूलों में हैंडपंप से पेयजल की व्यवस्था है, इनमें जिला परिषद के माध्यम से सिंगल फेज मोटर लगवाकर टेप कनेक्शन करवाने के लिए जिला परिषद के अधिकारी को निर्देश दिए। इसी प्रकार शेष अन्य विद्यालयों में जल योजनाओं के माध्यम से कनेक्शन करवाएं जाएंगे। आंगनबाडी केन्द्र, ग्राम पंचायत एवं स्वास्थ्य केन्द्र पर भी नल कनेक्शन के संबंध में समीक्षा की गई। कलेक्टर ने जल जीवन मिशन की बैठक में जल जीवन मिशन के तहत युवाओं को राजस्थान राज्य कौशल विकास परिषद के माध्यम से विद्युतकार, प्लम्बर और फीटर का प्रशिक्षण देने के संबंध में जानकारी ली तथा कहा कि जल जीवन मिशन सहित अन्य पेयजल सुविधाओं संबंधी विकास कार्यों में स्थानीय युवाओं की सहभागिता हो सके।
समय पर एवं गुणवत्ता के साथ हो कार्य:- कलेक्टर ने जिले के लिए स्वीकृत योजनाओं के कार्य को समय पर गुणवत्ता के साथ पूर्ण करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने बकाया एवं बीएसआर दर नई आने के कारण संशोधित डीपीआर तैयार कर शीघ्र स्वीकृत करवाकर घर-घर नल कनेक्शन के लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बैठक में कहा कि जल जीवन मिशन के तहत लोगों की जन भागीदारी बढ़ाने तथा जनता द्वारा दिए जाने वाले कंट्रीब्यूशन के संबंध में विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए। बैठक में एसई पीएचईडी सीताराम मीना ने प्रगति की जानकारी दी। बैठक में अधिशासी अभियंता कैलाश चंद, हरज्ञान सिंह और सीपीओ बाबूलाल बैरवा सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।