2 अक्टूबर से प्रशासन गांवों के संग अभियान-2021 शुरू होगा। इसकी तैयारियों के सम्बंध में जिला कलेक्टर ने आज गुरूवार को सम्बंधित अधिकारियों की वीसी के माध्यम से बैठक लेकर दिशा-निर्देश दिए। कलेक्टर ने बताया कि इस अभियान में प्रत्येक ग्राम पंचायत में शिविर लगेगा जिसमें 19 विभाग के अधिकारी मौजूद रहेंगे जो मौके पर ही समस्या समाधान करेंगे। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि इसे मिशन मोड़ में ले और इसे सफल बनाकर राज्य सरकार की मंशा को सार्थक करें। शिविर में कोविड प्रोटोकॉल का पूर्ण ध्यान रखने के निर्देश दिए।
शिविर में राजस्व, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, पीएचईडी, कृषि, जनजाति क्षेत्रीय विकास, ऊर्जा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, सैनिक कल्याण, महिला एवं बाल विकास, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, आयोजना, पशुपालन, श्रम, आयुर्वेद, सहकारिता एवं डेयरी, सार्वजनिक निर्माण, शिक्षा और वन विभाग के अधिकारी उपस्थित रहेंगे। कलेक्टर ने निर्देश दिये कि विभिन्न राजकीय विभागों को राजकीय कार्यालय, विद्यालय, ए.एन.एम., पी.एच.सी. भवन निर्माण के लिये भूमि की आवश्यकता है तो प्रस्ताव तैयार कर भिजवाएं तथा सेट-अपार्ट की कार्यवाही भी इसी समय करवा लें। यदि किसी विभाग का किसी भवन, भूमि, सड़क पर कब्जा तो है लेकिन रेकार्ड में दर्ज नहीं है तो दर्ज करवा लें।
शिविर सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक आयोजित होगा। मुख्य शिविर से पूर्व तैयारी शिविर भी लगेगा। जिसमें सम्बंधित अधिकारी ग्राम पंचायत का दौरा कर अपने-अपने विभाग से सम्बंधित समस्याओं, मांगों की पहचान कर उनके समाधान की कार्य योजना बनाएंगे, संसाधन जुटाएंगे। मुख्य शिविर के बाद फाॅलोअप शिविर लगेगा जिससे पता चलेगा कि मुख्य शिविर प्रभारी द्वारा दिए गये आदेश की कितनी पालना हुई, शिविर में आयी कोई समस्या अब भी लम्बित तो नहीं है।
कलेक्टर ने सभी उपखंड अधिकारी, तहसीलदार को निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक पटवारी से रिपोर्ट लें कि उनके क्षेत्र में अतिक्रमण, सीमाज्ञान, पत्थरगढ़ी, रास्ता, आपसी सहमति से खाता विभाजन, गैर खातेदारी से खातेदारी के कितने प्रकरण लिखित में लम्बित हैं, इसके अतिरिक्त सर्वे कर ऐसे प्रकरणों की भी लिस्ट बनवाएं जो अभी तक लिखित में नहीं आए हैं लेकिन शिविर में इनके आवेदन आ सकते हैं। इन सभी के निस्तारण का ड्राफ्ट अभी से तैयार कर लें। तैयारी शिविर में जेवीवीएनल के अधिकारी बिल में गड़बड़ी, झूलते और छतिग्रस्त तार, डिमांड नोट जमा करवाने के बाद भी कनेक्शन न होना, कनेक्शन फाइल जमा करवाने के काफी समय बाद भी डिमांड नोट जारी न करना, जले ट्रांसफार्मर को न बदलना, अतिरिक्त ट्रांसफार्मर की मांग जैसे बिन्दुओं की समीक्षा करेंगे तथा मुख्य शिविर के दिन इसका समाधान करेंगे। कुछ समस्याओं के निस्तारण के लिये 2 दिन व 10 दिन की अवधि भी निर्धारित की गई है।
शिविर में आने वाले 30 साल से अधिक आयु के प्रत्येक व्यक्ति के ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर की निःशल्क जाॅंच करने तथा जरूरत वाले लोगों को दवा वितरण के लिये मुख्य शिविर में चिकित्सा विभाग स्टाल लगाएगा। बैठक में कलेक्टर ने पीएचईडी, पीडब्ल्यूडी, ग्रामीण विकास समेत प्रत्येक विभाग के अधिकारी को उनके विभाग द्वारा तैयारी शिविर, मुख्य शिविर और फाॅलोअप शिविर में किये जाने वाले कार्य की विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर एडीएम डाॅ. सूरज सिंह नेगी समेत अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।