अप्रैल 2021 में आयोजित हिन्दी आशुलिपिक भर्ती परीक्षा संख्या 2020/17 के राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा जारी किये गए परिणाम पर परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों ने गड़बड़ियों का आरोप लगाया है। भर्ती परीक्षा में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों ने राजस्थान के राज्यपाल को ज्ञापन भेजा है। उन्होने ज्ञापन में बताया है कि हिंदी आशुलिपि परीक्षा संख्या 2020/17 आर्या कॉलेज, जयपुर में 3 से 7 अप्रेल 2021 तक आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में हम सभी के स्टेनों, टाइप और एफिशिएंसी तीनों ही पेपर काफी अच्छे हुए। अभ्यर्थियों ने बताया कि 30 जून 2021 को राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा परिणाम जारी करने के पश्चात् इस परीक्षा एवं इसके परिणाम में कई तरह की त्रुटियों की जानकारी मिली। अभ्यर्थियों ने बताया कि परीक्षा आयोजन के समय कई परीक्षार्थियों ने परीक्षा सेंटर पर ही विभिन्न त्रुटियों के संबंध में ऐतराज जताया था, लेकिन परिक्षार्थियों से जबरदस्ती संतुष्टि प्रमाण-पत्र पर हस्ताक्षर करवाए गए थे। परीक्षा परिणाम जारी होने के पश्चात् भी अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रार जनरल तथा रजिस्ट्रार परीक्षक को प्रतिवेदन प्रस्तुत किए, लेकिन उनके द्वारा कोई संतोषप्रद जवाब नहीं दिया गया।

अभ्यर्थियों ने ज्ञापन में आरोप लगाया कि परीक्षा परिणाम से यह स्पष्ट है कि ऐसे कई अभ्यर्थियों का चयन हुआ है, जिन्होंने परीक्षा देने के बाद में राजस्थान उच्च न्यायालय में पेपर की गड़बड़ी को लेकर रिट लगाई थी। उन्होंने रिट और प्रतिवेदन प्रस्तुत कर यह स्पष्ट किया था कि पेपर सही नहीं होने तथा परीक्षा पुनः कराने की मांग की थी। जबकि परिणाम में वे अभ्यर्थी चयनित हो गए। जिनको आशुलिपि और टाइपिंग का पूर्ण ज्ञान भी नहीं था। अभ्यर्थियों ने परीक्षा में किसी तकनीकी समस्या का भी आरोप जाहिर करते हुए बताया कि परीक्षार्थीगण की कॉपियां सही तरह से नहीं जांची गई है, क्योंकि परीक्षा संपन्न होने के पश्चात् कुछ परीक्षार्थियों के कम्प्यूटर सिस्टम से स्वतः परीक्षा सबमिट हुई और कुछ परीक्षार्थियों द्वारा जन्म दिनांक के रूप में पासवर्ड डालने पर सबमिट हुई। जो तकनीकि समस्या की ओर इशारा करती है।