जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने किया गहन आकस्मिक निरीक्षण
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभिषेक खन्ना ने पंचायत समिति मलारना डूंगर की कई ग्राम पंचायतों का निरीक्षण किया। मुख्य कार्यकारी अधिकारी दोपहर को आकस्मिक निरीक्षण पर पंचायत समिति मलारना डूंगर की ग्राम पंचायत बहतेड़, गंभीरा, एवं मलारना डूंगर पहुंचे। सीईओ के अचानक पहुचने पर अधिकारी कॉर्मिक भौचकें रह गये। सीईओ ने ग्राम पंचायत बहतेड़ के राजीव गांधी सेवा केन्द्र पहुचने पर पाया गया कि दोपहर को ही ग्राम पंचायत राजीव गांधी सेवा केन्द्र का ताला लगा हुआ है।
इस पर सीईओ ने गहरी नाराजगी ग्राम विकास अधिकारी/रोजगार सहायक रामधन मीना को कारण बताओ नोटिस जारी करने के आदेश दिए। ग्राम पंचायत गंभीरा पहुंचने पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने ग्राम विकास अधिकारी अमर सिंह से रिकॉर्ड दिखाने की बात कहीं ग्राम विकास अधिकारी के पास रिकॉर्ड उपलब्ध नहीं मिला।
साथ ही ग्राम पंचायत में कार्यरत कनिष्ठ सहायक हसंराज मीना भी कार्यालय समय पर अनुपस्थित मिले, जिस पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने तत्काल दोनों को 17 सीसीए की चार्जशीट देने के निर्देश जारी किए। नरेगा कार्य देखने पर लेबर की संख्या कम थी तथा सचिव द्वारा प्रपत्र 6 भी लोगों को रोजगार मांगने पर भी नहीं दिए गए। इस पर सीईओ ने गहरी नाराजगी व्यक्त की। मलारना डूंगर ग्राम पंचायत में भी सीईओ ने नरेगा तलाई निर्माण ढोलवास की ढाणी में कार्य देखा।
जिसमें लेबर द्वारा ग्रुप में कार्य नहीं किया जा रहा था। जॉब कार्ड में भी एन्ट्री नहीं मिली। मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कार्य स्थल पर मौजूद मेट एवं जेटीए को ग्रुप में टास्क आदि के कार्य कराने के निर्देश दिये गये। निरीक्षण के दौरान सीईओ के साथ जिला परिषद नरेगा के अधिशासी अभियंता प्यारेलाल मीना, अधिशासी अभियंता अभियांत्रिकी श्योदान मीना पंचायत समिति मलारना डूंगर के विकास अधिकारी दीपचंद नागर उपस्थित रहे।