जिले में भारी बारिश से उपजे हालातों पर नियंत्रण के लिए जिला प्रशासन, पुलिस और एसडीआरएफ मुस्तैदी के साथ कार्य करने में जुटे हुए है और सेना को भी अलर्ट मोड़ पर रखा गया हैै। आज बुधवार को कलेक्टर राजेन्द्र किशन और एसपी राजेश सिंह ने अतिवृष्टि से प्रभावित और जलभराव वाले इलाकों का दौरा किया, दिनभर प्रभावित गांवों में पहुंचकर हालात का जायजा लिया तथा व्यवस्थाओं की समीक्षा करते रहे।
जिले में दर्ज की गई रिकॉर्ड बारिश:-
बुधवार सुबह 8 बजे समाप्त हुए पिछले 24 घंटे में सवाई माधोपुर में 110, मलारना डूंगर में 25, चौथ का बरवाड़ा में 33, खण्डार में 52, बौंली में 13, बामनवास में 7, गंगापुर सिटी में 14 एवं वजीरपुर में 6 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। जिले में 15 जून से आज तक औसतन 597.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है जबकि 1 जनवरी से लेकर अब तक 688 मिमी बारिश दर्ज की गई जबकि 2020 के 12 महीनों में भी केवल 622.8 मिमी बारिश हुई थी।
कलेक्टर सुबह आठ बजे सूरवाल, धनौली पहुंचे:-
कलेक्टर राजेन्द्र किशन बुधवार सुबह आठ बजे सूरवाल, मच्छीपुरा, मेगा हाईवे और धनौली गांव पहुंचे तथा जलभराव का जायजा लिया, स्थानीय लोगों से संवाद कर पानी में नहीं उतरने की अपील की। उन्होंने बताया कि सूरवाल बांध पर चादर चल रही है, लोग सड़क पर न घूमे, बहाव तेज होने पर जनहानि हो सकती है। मच्छीपुरा-भगवतगढ़ मार्ग अवरूद्ध है। उन्होंने निचले इलाकों में रह रहे लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने का आग्रह किया तथा तहसीलदार प्रीति मीणा को आवश्यक सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। सूरवाल-खिलचीपुर मार्ग पर पानी निकासी के प्रबंध करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने धनौली गांव पहुंचकर लोगों से संवाद किया, उन्हें पानी से दूर रहने के लिए समझाया, जलभराव क्षेत्रों का जायजा लिया।
सुबह दस बजे चंबल किनारे बसे गांवों में जानी स्थितिः-
चंबल नदी भी खतरे के निशान से लगभग तीन मीटर ऊपर बह रही है। कई गांवों में पानी घुसने से बनी स्थिति का जायजा लेने के लिए कलेक्टर सुबह दस बजे खंडार क्षेत्र के चंबल किनारे बसे गांवों का जायजा लेने निकले। रास्ते में उन्होंने सवाईमाधोपुर शहर में लटिया नाले का निरीक्षण कर कलेक्टर ने आमजन और अधिकारियों को पूर्ण अलर्ट पर रहने के निर्देश दिये। इसके बाद कुशालीपुरा नाले एवं बोदल के निकट हाइवे की क्षतिग्रस्त हुई पुलिया का जायजा लिया। कलेक्टर द्वारा जायजा लेने के दौरान खंडार विधायक अशोक बैरवा एवं पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह भी मौजूद रहे। खंडार विधायक ने क्षेत्र के लोगों की समस्याओं का प्रमुखता से निवारण करने पर जोर दिया। चंबल क्षेत्र के गांवो का जायजा लेते हुये कलेक्टर ने बताया कि कोटा बैराज के 10 गेट खोले गए हैं, अगले 24 घंटों में चम्बल का जल स्तर लगातार बढ़ने की आशंका है। कलेक्टर ने पाली ब्रिज का निरीक्षण किया। उस समय चम्बल का जल स्तर खतरे के निशान 198 मीटर से 3 मीटर ऊपर 201 मीटर था।
पाली चंबल ब्रिज पर खंडार विधायक अशोक बैरवा और एसपी राजेश सिंह के साथ कलेक्टर ने स्थिति की समीक्षा की तथा ग्रामीणों को पूर्ण अलर्ट पर रहने, निचले इलाकों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की। कुशालीपुर्रा दर्रे तथा आसपास के स्थानों का निरीक्षण कर कलेक्टर ने भारी बारिश से हुये नुकसान का आकलन किया तथा सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिये। बोदल पुलिया के आंशिक क्षतिग्रस्त होने के कारण यातायात बाधित हो गया है। कलेक्टर ने मौके पर निरीक्षण कर पुलिया की मरम्मत करवाने और वैकल्पिक व्यवस्था करते हुए पुलिया के कार्य को शीघ्र पूरा करवाने के निर्देश एनएचएआई के अधिकारियों को दिये। कलेक्टर ने एसडीआरएफ के डीएसपी एवं एसआई से हालातों की जानकारी ली तथा बहरावंडा क्षेत्र में रहकर तत्परता से कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि जिले के लिए दो एसडीआरएफ की टीम और बुलवाई गई है। सेवती खुर्द झरेल के बालाजी के निकट चंबल में पानी की आवक की स्थिति का जायजा लिया एवं ग्रामीणों से संवाद किया। इसके बाद कलेक्टर ने मीनाखेडी गांव पहुंचकर ग्रामीणों से चंबल में पानी की आवक एवं जल स्तर के बढ़ने की संभावना जताते हुए सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने के निर्देश दिए। उन्होंने तहसीलदार, विकास अधिकारी, पटवारी तथा गिरदावर को सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर के चंबल के परिक्षेत्र में पहुंचने पर ग्रामीणों ने अपनी समस्याओं से अवगत कराया। इस मौके पर सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता सुरेश भोपरिया, विकास अधिकारी खंडार और तहसीलदार खंडार सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।