अवैध बजरी खनन तथा परिवहन रोकने के लिये गठित एसआईटी की बैठक आज गुरूवार को जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। बैठक में समिति ने कई निर्णय लिए एवं सम्बंधित विभागों को इनकी पालना कर रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए है।
कलेक्टर ने निर्देश दिए है कि यदि किसी उपखंड में बदली हुई परिस्थितियों के कारण चैक पेास्टों को शिफ्ट करना है तो इस सम्बंध एसडीएम, पुलिस उप अधीक्षक और माइनिंग अधिकारी मिलकर निर्णय लें। बजरी माफिया द्वारा कुछ चैक पोस्टों वाले मार्गों के बजाय अन्य रास्तों से बजरी परिवहन करने के कारण कलेक्टर ने ये निर्देश दिए है। पुलिस, माइनिंग, राजस्व, परिवहन तथा वन विभाग के संयुक्त प्रयासों से अवैध बजरी खनन एवं परिवहन के 721 के मामले दर्ज किए गए है।
कलेक्टर ने बैठक में निर्देश दिए कि जब्ती करते ही बजरी, वाहन एवं अन्य मशीनरी की वीडियोग्राफी करवाएं ताकि बाद में बजरी खुर्दबुर्द न की जा सके। इसका भंडारण तथा निगरानी एसडीएम के निर्देशन में होगी। जब्त बजरी की जल्द से जल्द नीलामी करें या सार्वजनिक निर्माण विभाग को बीएसआर दर से हैंडओवर करने के संबंध में उच्चाधिकारियों से अनुमति प्राप्त करने के लिए एएमई को भी निर्देश दिए है।
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि ओवर स्पीड वाहन विशेषकर ओवरलोडेड तूडी या बजरी भरे वाहन को जब्त करें। बजरी माफिया के लिये रैकी करने वालों पर सख्त कार्रवाई करें।
कलेक्टर ने अवैध बजरी खनन के प्वांइट्स एवं सभी चैक पास्टों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने और इनकी मॉनिटरिंग करने, ग्राम पंचायत स्तर पर जागरूकता समितियों का गठन कर बजरी माफिया से सम्बंधित सूचनाएं समय पर पुलिस को देने के लिए समझाइश करने के निर्देश दिए है। बैठक में एडीएम डॉ. सूरज सिंह नेगी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र दानोदिया, सभी एसडीएम, तहसीलदार और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।