कोरोना की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिये जिले में युद्ध स्तर पर कार्य चल रहे हैं, नए ऑक्सीजन प्लांट तैयार हो रहे हैं, स्वीकृत सीएचसी, पीएचसी और सब सेंटर के भवन के लिये भूमि आवंटन का कार्य तेजी से निपटाया जा रहा है, आवश्यक उपकरणों की खरीद की जा रही है, हैल्थ वर्कर्स के खाली पड़े पदों को भरा जा रहा है। जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने आज शुक्रवार को दोनों एडीएम, जिला परिषद सीईओ सभी एसडीएम, सीएमएचओ और अन्य चिकित्सा अधिकारियों, तहसीलदारों की बैठक लेकर इन तैयारियों की समीक्षा की तथा दिशा-निर्देश जारी किये।
कलेक्टर ने सीएमएचओ को निर्देश दिया कि सरकारी और निजी अस्पताल में रखी प्रत्येक मशीन, जांच व सर्जरी उपकरण और दवा स्टॉक की लिस्ट बनवाकर लगातार अपडेट करवायें। प्रत्येक सरकारी चिकित्सा संस्थान प्रभारी प्रमाण पत्र देगा कि कौन-कौन सी जांच मशीन चालू है, इसको ऑपरेट करने के लिए कार्मिक पदस्थ है या नहीं, खराब मशीन की मरम्मत हो सकती है तो कितने बजट से किस मद में यह कार्य हो सकता है, यदि मरम्मत नहीं हो सकती तो इसकी भी जानकारी देगा। प्रत्येक ग्राम पंचायत को न्यूनतम 2, पीएचसी को 5 एवं सीएचसी को 10 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेजे जा रहे हैं, कुछ को ये मिल भी गये है। संस्थान प्रभारी इनको चालू कर जांच करेगा कि कितने फ्लो से कितनी शुद्धता की ऑक्सीजन इनसे मिल रही है, ये मानक क्षमता से कार्य कर रहे है या नहीं। इनका संचालन हैल्थ वर्कर्स करेंगे, इन्हें संचालन ट्रेनिंग दिलवायें लेकिन महामारी का समय है, किसी भी मामले में थोडी सी भी कसर नहीं छोड सकते, एम्बुलेंस से मरीज को निकालने से लेकर, स्ट्रेचर पर लाने से लेकर ऑक्सीजन लगाने, कंसंट्रेटर उपयोग सभी के संचालन के बारे में अस्पताल के प्रत्येक नियमित और संविदा कार्मिक के साथ ही ग्राम स्वास्थ्य अधिकारी को प्राथमिक जानकारी मय लाइव डेमो देना सुनिश्चित करें क्योंकि अगली सम्भावित लहर में कितने मरीज एक साथ आ जायें, कह नहीं सकते। कलेक्टर ने सभी एसडीम को निर्देश दिये कि चिकित्सा संस्थानों का दौरा कर व्यवस्थाओं को देखें, उपकरणों, जांच मशीन, कंसन्ट्रेटर की खुद जांच करें। किस जगह मशीन है और ऑपरेटर नहीं है तो दूसरे स्थान से ऑपरेटर लगायें या ऑपरेटर वाले स्थान पर मशीन भिजवायें।
तैयारियों के बारे में जानकारी देने के दौरान ही कलेक्टर ने बताया कि अधिक से अधिक वैक्सीनेशन के माध्यम से ही कोरोना की संभावित तीसरी लहर को रोका जा सकता है। ऐसे में अधिक से अधिक वैक्सीनेशन करवाएं। उन्होंने उपखंड अधिकारियों से कहा कि लोगों को नियमित मोबलाइज कर वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करें। बैठक में सीएमएचओ डॉ. तेजराम मीना ने जिले की चिकित्सा विभाग की तैयारियों के बारे मेें जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में 35 फिजिशियन और 30 बाल रोग विशेषज्ञ विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में कार्यरत है। उन्होंने चिकित्सा संस्थानों में स्टाफ तथा अन्य विशेषज्ञ चिकित्सकों के संबंध में भी जानकारी दी। बैठक में सीएमएचओ ने बताया कि जिले में 3 लाख 97 हजार 378 को वैक्सीन की प्रथम डोज लगाई जा चुकी है। इसी प्रकार 75 हजार 455 को दोनों डोज लग चुकी है।
सीएचसी, पीएचसी और सब सेंटर के लिए करें भूमि आवंटन:- बैठक में कलेक्टर ने सभी उपखंड अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्वीकृत सीएचसी, पीएचसी और सब सेंटर के भवन का निर्माण होना है, उनके लिए भूमि आवंटन शीघ्र करें। सीएमएचओ ने बताया कि जिले में 34 सब सेंटर/स्वास्थ्य केन्द्र के लिए भूमि आवंटन किया जाना शेष है। इसी प्रकार 6 स्थानों पर आवंटित भूमि पर अतिक्रमण एवं विवाद है। शेष 22 स्थानों भूमि आवंटन हो चुका है। कलेक्टर ने शेष रहे स्थानों के लिए भूमि आवंटन करने के निर्देश दिए। जिससे चिकित्सालय भवन बन सके।