जिला प्राधिकरण अध्यक्ष अतुल कुमार सक्सेना ने निरीक्षण के दौरान अव्यवस्थाओं को देख कारापाल को लगाई फटकार
राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के निर्देशानुसार आज गुरुवार को अतुल कुमार सक्सेना अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (जिला एवं सेशन न्यायाधीश) सवाई माधोपुर द्वारा जिला कारागृह सवाई माधोपुर का मासिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान जिला कारागृह में कीटनाशक के छिड़काव, सीवरेज, बंदियों को कैंटीन की सुविधा, सूखे व गीले कचरे के अलग-अलग निस्तारण, जेल में विजिटर्स रूम, रसोई घर, पीने के पानी, बैरकों में साफ-सफाई, बंदियों के स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं, भोजन व्यवस्था, साफ-सफाई, प्रथम बार प्रवेश करने वाले बंदियों से संवाद व पूछताछ, बंदियों को दी जाने वाली विधिक सहायता, पीने के पानी की सुविधा, रसोई-घर एवं बैरको की साफ-सफाई आदि के संबंध में जांच की गई।
कारागृह के रसोई घर, शौचालय व अन्य परिसरों में साफ-सफाई संतोषप्रद नहीं पाई गई। बैरकों में बंदियों के कपड़े भी अस्त-व्यस्त पाये गये, जिस पर अतुल कुमार सक्सेना अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (जिला एवं सेशन न्यायाधीश) सवाई माधोपुर द्वारा मौके पर उपस्थित कैलाश शर्मा कारापाल को कारागृह की साफ-सफाई, बंदियों की रहने-खाने की सुविधाओं के संबंध में फटकार लगाई गई।
साथ ही बीमार बंदियों को समुचित चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराने के संबंध में निर्देश दिए। कारागृह में महिला बंदी हेतु एक बैरक है। निरीक्षण के दौरान कारागृह में कोई भी महिला बंदी नहीं पाई गई। मौके पर उपस्थित कारापाल जिला कारागृह सवाई माधोपुर ने बताया कि कारागृह में पुरूष बंदियों हेतु 2 एवं महिला बंदी हेतु 1 बैरक है।
कोविड-19 के बढ़ते हुए संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु रसोई-घर की नियमित साफ-सफाई रखने तथा समय-समय पर बंदियों को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने एवं बंदियों की कोविड-19 जांच हेतु निर्देश प्रदान किए। कारागृह में प्रथम बार प्रवेश करने वाले बंदियों से भी पूछताछ कर निःशुल्क विधिक सहायता की जानकारी प्रदान की गई। निरीक्षण के दौरान उपस्थित बंदियों को निःशुल्क विधिक सहायता, बंदियों के कानूनी अधिकार आदि के संबंध में जानकारी प्रदान की गई। इस अवसर पर श्वेता गुप्ता, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कैलाश शर्मा कारापाल जिला कारागृह तथा कारागृह स्टाफ आदि उपस्थित थे।