जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सवाई माधोपुर के तत्वाधान में जिला प्राधिकरण सचिव श्वेता गुप्ता ने आज मंगलवार को रणथंभौर रोड़ स्थित राज पैलेस होटल में विश्व जल दिवस के अवसर पर विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके की गई। इसके बाद उपस्थित वक्ताओं द्वारा जल के महत्व पर प्रकाश डाला गया।
जिला प्राधिकरण सचिव श्वेता गुप्ता ने जागरूकता शिविर में उपस्थित आमजन को बताया कि प्रकृति और मानव शरीर पंचतत्वों से मिलकर बना है। धरती के तीन-चौथाई भाग पर जल है। किंतु इस जल का 97 प्रतिशत भाग पीने योग्य नहीं है। शेष तीन प्रतिशत में से दो प्रतिशत ग्लेशियर में मौजूद है। सिर्फ एक प्रतिशत पानी ही मनुष्य को पीने के लिए उपलब्ध है। जिला प्राधिकरण सचिव ने उपस्थित लोगों को पानी बचाने तथा पेड़ लगाने के लिए शपथ दिलाई।
कार्यक्रम में उपस्थित पीएचईडी एसई सीताराम ने बताया कि जल, जमीन और जंगल कम हो रहे हैं। हवा, पानी, मिट्टी, अग्नि तथा आकाश पंचतत्व है जिनसे मनुष्य का शरीर बना है। इन्होंने बताया कि किस तरह से मारवाड़ के लोगों ने महत्व समझा और जल की समस्या को दूर किया। साथ ही प्रत्येक व्यक्ति को हर वर्ष दस पेड़ लगाने के लिए प्रेरित किया। सुरेश सिंह भूजल वैज्ञानिक ने बताया कि सवाई माधोपुर के छहों ब्लॉक अतिदोहन की स्थिति में है।
अगर जल की महता को समझा नहीं गया तो हालात भयावह हो सकते हैं। साथ ही यह भी बताया कि भूजल का लेवल हर वर्ष गिरता जा रहा है। भूजल को लेवल गिरने से पानी के लिए ज्यादा खुदाई करने से पानी में टीडीएस और फ्लोराइड की मात्रा बढ़ने से कई प्रकार के गंभीर रोग पैदा हो रहे हैं। इस अवसर पर रामजीत मीना बीडब्लयूएससी के अध्यक्ष व सरपंच ग्राम पंचायत चकेरी, सीएल मीना, जिला सलाहकार (जल जीवन मिशन) आदि उपस्थित थे।