सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कुण्डेरा का जिला कलेक्टर डॉ. खुशाल यादव ने मंगलवार को औचक निरीक्षण किया। जिला कलेक्टर ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कुण्डेरा के प्रभारी डॉ. कमलेश मीना के साथ अस्पताल परिसर का निरीक्षण किया। उन्होंने इस दौरान सुझाव पेटी, ओपीडी, आईपीडी के बारे में मंगलवार को और माह की जानकारी संबंधित कार्मिक से प्राप्त की। इस दौरान प्रतिदिन औसत 150 के करीब ओपीडी एवं 70 ओपीडी मंगलवार को, गत माह 2 हजार 700 ओपीडी एवं 73 प्रसव, नोटिस बोर्ड पर सभी चिकित्सकों, मेडिकल स्टाफ के नाम, ड्यूटी टाईम, मोबाइल नम्बर अंकित होने पर ऐसी व्यवस्थाएं सभी सीएचसी, पीएचसी पर सुनिश्चित करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. धर्मसिंह मीना को दिए है। सोलर प्लान्ट के माध्यम से बिजली के उपकरण, पंखे, ट्यूबलाईट चलने, मेडिकल वेस्ट तथा अन्य कचरा पात्र सुव्यवस्थित तरीके से उचित कचरा पात्र रखे होने पर उन्होंने चिकित्सा प्रभारी की प्रशंसा की और इस अस्पताल जैसी व्यवस्थाएं अन्य राजकीय अस्पतालों में सुनिश्चित करने के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया।
उन्होंने इसी प्रकार प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को भी मॉडल पीएचसी के रूप में विकसित करने के लिए प्रभारी चिकित्सक को ट्रेनिंग सेशन आयोजित करने के निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने ओपीडी के बाहर खिड़की से पर्ची कटाने आने वाले मरीजों की सुविधा के लिए बैठने और छाया की व्यवस्था, अस्पताल परिसर में पार्क विकसित करने तथा शौचालयों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी अस्पताल प्रभारी को दिए है। उन्होंने कहा कि जहां ऑपरेशन थीएटर है वहां पर अनेथेसिया स्पेशलिस्ट की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश भी विभागीय अधिकारियों को दिए। इस दौरान उन्होंने लेबर रूम, एएनसी कक्ष, डीडीसी आदि का भी निरीक्षण किया।
जिला कलेक्टर ने ग्राम सेवा सहकारी समिति कुण्डेरा का किया औचक निरीक्षण
ग्राम सेवा सहकारी समिति लिमिटेड कुण्डेरा का जिला कलेक्टर ने मंगलवार को औचक निरीक्षण किया। जिला कलेक्टर ने इस दौरान व्यवस्थापक राजेन्द्र शर्मा से सहकारी समिति द्वारा कृषक हित में किए जा रहे कार्यो के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने इस दौरान कृषकों को दिए जा रहे ऋण वितरण, दुर्घटना बीमा, सहकारिता बीमा का व्यापक प्रचार-प्रसार कर अधिक से अधिक किसानों को सहकारिता से जोड़ने के निर्देश प्रदान किए। इस दौरान उन्होंने दुर्घटना एवं सहकारिता बीमा की जानकारी अंकित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने नाबार्ड के सहयोग से जीएसएस परिसर में बनने वाली बीज दवाईयों के विक्रय हेतु कार्य जल्दी कराने के निर्देश दिए ताकि सोसायटी की आय में वृद्धि हो और कृषकों को इसका लाभ मिल सकें। इस दौरान व्यवस्थापक ने जिला कलेक्टर को नैनो दवा छिड़काव के लिए मशीनों का अभाव होने की बात भी कहीं। पुराने गोदाम की मरम्मत कार्य करवाने की मांग भी जिला कलेक्टर से की है।
आदर्श आंगनबाड़ी पाठशाला एण्डवा:- आदर्श आंगनबाड़ी पाठशाला एण्डवा का मंगलवार को जिला कलेक्टर ने औचक निरीक्षण किया। जिला कलेक्टर आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्र पर छोटे बच्चों को आकर्षित करने के लिए वॉल पेंटिंग, इन्द्र धनुष, कार्टून, जानवरों के चित्रों से सजी दीवारे एवं आंगन में फुलवारी, ट्रेक, आंगनबाड़ी कक्ष में एबीसीडी, गिनती व गांव के परिवारों, गर्भवती महिलाओं, कुपोषित, अतिकुपोषित बच्चों के सर्वेचार्ट का भी अवलोकन किया। उन्होंने चार्ट में नियमित रूप से परिवारों, गर्भवती महिलाओं और बच्चों के उचित सर्वे का अंकन करने के निर्देश आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मंजूलता शर्मा को दिए। उन्होंने जन प्रतिनिधि एवं कार्यकर्ता से आंगनबाड़ी के विकास के बारे जानकारी प्राप्त की।
सरपंच प्रतिनिधि श्रीराम मीना ने बताया कि पूर्व में आंगनबाड़ी की दुर्दशा थी, परिसर उबड़ खाबड़, भवन पुराना व छत बरसात में चूती थी रंग रोगन, पशु-पक्षियों, पेड, पौधों का अंकन नहीं था। कक्ष में बच्चों के बैठने की प्लास्टिक की कुर्सिया व आकर्षक गिनती, अंग्रेजी की एबीसीडी व हिन्दी के व्यंजनों का अंकन नहीं था। बच्चे भी कम आते थे परन्तु उनकी पत्नी मंजू मीना के सरपंच बनने के बाद आंगनबाड़ी को आदर्श आंगनबाड़ी बनाने के लिए 2 लाख 16 हजार रूपए का खर्चा किया। इसका परिणाम है कि आज यह आंगनबाडी आदर्श आंगनबाडी के रूप में जिले में अलग पहचान रखती है और बच्चों के माता-पिता भी सहर्ष अपने बच्चों को आंगनबाड़ी में प्रतिदिन नियमित रूप से भेजते है।