जिला कलेक्टर सुरेश कुमार ओला ने आज बुधवार को केन्द्रीय विद्यालय सवाई माधोपुर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 1 अप्रैल को आयोजित होने वाले संवाद कार्यक्रम परीक्षा पर चर्चा कर विद्यार्थियों से तनाव मुक्त परीक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि भारत और विदेशों के करोड़ों छात्र, शिक्षक और अभिभावक वर्चुअल तौर पर भागीदारी करेंगे तथा रचनात्मक लेखन प्रतियोगिता के लिए लगभग 15.7 लाख प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक पंजीकरण करवाया। जिला कलेक्टर ओला ने प्रेस वार्ता के दौरान अपनी स्कूली शिक्षा के यादगार पल साझा करते हुए बताया कि कमजोर छात्र निराश ना हो।
उन्होंने कहा कि यह हमारी ज़िंदगी की आखरी परीक्षा नहीं है, ज़िंदगी हमें हर वर्ष अवसर देती है। केन्द्रीय विद्यालय के प्राचार्य राजेश्वर सिंह ने बुधवार को केन्द्रीय विद्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेन्स में जानकारी देते हुए बताया कि केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 1 अप्रैल, 2022 को परीक्षा पे चर्चा के 5वें संस्करण के दौरान दुनिया भर के छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के साथ बातचीत करेंगे।
उन्होंने कहा कि परीक्षा पे चर्चा एक बहु-प्रतीक्षित वार्षिक कार्यक्रम है, जिसमें प्रधानमंत्री एक जीवंत कार्यक्रम में अपनी अनूठी आकर्षक शैली में परीक्षा के तनाव और संबंधित क्षेत्रों से संबंधित छात्रों द्वारा पूछे गए गए सवालों के जवाब देते हैं। परीक्षा पे चर्चा (पीपीसी) को एक जन आंदोलन बताते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने देश के कोविड-19 महामारी से उबरने और परीक्षाओं के ऑफलाइन मोड़ में जाने के मद्देनजर इस वर्ष के पीपीसी के महत्व पर जोर दिया। 21वीं सदी की ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था के निर्माण में पीपीसी जैसी पहलों के महत्व पर जोर देते हुए, उन्होंने कहा कि पीपीसी एक औपचारिक संस्था बन रही है जिसके माध्यम से प्रधानमंत्री सीधे छात्रों से बातचीत करते हैं।
उन्होंने बताया कि देशभर के चुनिंदा छात्र राज्य के राज्यपालों की मौजूदगी में कार्यक्रम देखने के लिए राजभवनों को भी जाकर देखेंगे। उन्होंने यह भी विश्वास व्यक्त किया कि देशभर की राज्य सरकारें भी छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों की भागीदारी को प्रोत्साहित करेंगी। प्रधान ने कहा कि पीपीसी को न केवल पूरे भारत में, बल्कि अन्य देशों में भी भारतीय प्रवासियों तक पहुंचाया जाएगा। उन्होंने इस कार्यक्रम को जन आंदोलन बनाने और छात्रों के लिए तनावमुक्त परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए मीडिया से समर्थन का भी आह्वान किया।