राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष संगीता बेनीवाल और सदस्यों ने आज बुधवार को जिला मुख्यालय स्थित किशोर सम्प्रेष्ण गृह तथा त्रिनेत्र बाल गृह का निरीक्षण कर भोजन, पेयजल, मनोरंजन, सुरक्षा, आवास सहित अन्य सुविधाओं का जायजा लिया। आयोग अध्यक्ष में सम्प्रेषण गृह में रह रहे विधि से संघर्षरत किशोरों को बताया कि अपराध की दुनिया बहुत अंधेरी है। अपराधी का अंत हमेशा बुरा होता है। आप यहॉं बिताये समय का उपयोग चिन्तन मनन में करें। यहॉं से भागने का प्रयास न करें। यहॉं से जाने के बाद अब तक की जिन्दगी को भूल कर नया जीवन शुरू करें। अभी दूरस्थ शिक्षा से जुड़कर कोई कोर्स करें, प्रेरणादायक पुस्तकें पढ़ें। सभी किशोरों ने इस पर अमल का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि यहॉं योग, प्राणायाम करवाया जाता है, भोजन व अन्य सुविधायें भी सही हैं।
आयोग अध्यक्ष व सदस्यों ने त्रिनेत्र बाल गृह में रह रहे बच्चों से बातचीत की। उनका नृत्य देखा, गीत और मिमिक्री सुनी, उनके बनाये चित्रों और विज्ञान मॉडलों को सराहा। उन्होंने कहा कि दुनिया में आया प्रत्येक बच्चा ईश्वर की अद्भुत कृति है। कोई भी किसी से कमतर नहीं है। आप आत्मविश्वास से भरे हो, मेहनत से पढ़ाई करों, खूब खेलो-कूदो, आपको सफलता अवश्य मिलेगी। इस अवसर पर आयोग सदस्य डॉ. विजेन्द्र सिंह, डॉ. शैलेन्द्र पंड्या, वंदना व्यास, शिव भगवान नागा और नुसरत नकवी, बाल अधिकारिता सहायक निदेशक श्रृद्धा गौतम भी उपस्थित रहे।