मलारना डूंगर उपखंड मुख्यालय के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों की लेटलतीफी मरीजों पर भारी पड़ रही है। आलम यह है कि पौन घंटे तक अस्पताल में चिकित्सक के नहीं होने से मरीज भटकते रहे। मरीजों के साथ आए परिजनों की सूचना के बाद मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. तेजराम मीणा के निर्देश पर 4:45 बजे कार्य व्यवस्था के लिए मकसूदनपुरा चिकित्सक डॉ. संजीव कुमार को अस्पताल पहुंचाया। तब जाकर मरीजों ने राहत की सांस ली। मकसूदनपुरा से मलारना डूंगर कार्य व्यवस्था के लिए लगाए गए।
डॉक्टर संजीव कुमार ने बताया कि सप्ताह में 3 दिन शुक्रवार, शनिवार और सोमवार को मलारना डूंगर सीएचसी में कार्य करने के बाद भी समय पर सैलरी और एनपीए नॉन प्रैक्टिस अलाउंस के साथ अस्पताल में हर रहने के लिए क्वार्टर नहीं दिया गया। जिससे कहीं बार अस्पताल में मरीजों की तरह टेबल पर रात गुजारनी पड़ती है। उधर चिकित्सा प्रभारी डॉक्टर सुहैल अली का कहना है की ब्लॉक सीएमएचओ को सूचना देकर निजी काम से बाहर चला गया और डॉक्टर संजीव को शाम की पारी में कार्य करने के लिए बोल दिया था।