एनजीटी के निर्देशों की पालना करें सुनिश्चित
एनजीटी द्वारा पारित निर्णयों की पालना के लिये गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक सोमवार को जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट में आयोजित हुई।
कलेक्टर ने दोनों नगर परिषद क्षेत्रों में प्रतिबंधित पॉलीथिन जब्त करने की कार्रवाई में तेजी लाने के निर्देश दिये। इसके तहत पॉलीथिन के होल सेल विक्रेताओं पर विशेष ध्यान दिया जाये। कलेक्टर ने प्रदूषण फैलाने वाले नाकारा वाहनों, आबादी क्षेत्र में नियम विरूद्ध हॉर्न बजाने वालों के विरूद्ध कार्रवाई करने, निजी और सरकारी अस्पतालों के कचरा निस्तारण में पूर्ण सावधानी बरतने के निर्देश दिये। उन्होंने खनिज लीज का उल्लंघन करने पर कार्रवाई के निर्देश दिये हैं। लीज में निर्धारित स्थान की लीजधारी द्वारा पत्थरगढ़ी या तारबंदी करवाने तथा निर्धारित स्थान के बाहर या निर्धारित गहराई से ज्यादा खनन करने पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिये। लीजधारी को निर्धारित स्थान पर निश्चित संख्या में पौधे लगाकर उनकी देखभाल करनी होती है। इस कार्य का सत्यापन करने के खनिज अभियन्ता को निर्देश दिये। बजरी के अवैध खनन और परिवहन को रोकने के लिये की गई कार्रवाई की भी समीक्षा की।
जिला परिषद के प्रतिनिधि ने बताया कि आदर्श ग्राम पंचायत बहरावण्डा खुर्द के सम्बंध में पॉंचों बिन्दुओं की पालना में कार्य पूर्ण हो चुके हैं। इसी प्रकार चौथ का बरवाड़ा एवं श्यामपुरा में कार्य सम्बंधी डीपीआर के बारे में हुई प्रगति की रिपोर्ट दी गई। जिले की 172 ग्राम पंचायतों में ठोस और तरल कचरा प्रबंधन की डीपीआर तैयार प्रक्रियाधीन है।
सवाई माधोपुर नगर परिषद अधिशासी अभियन्ता ने सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्रोसेसिंग फेसिलिटी की प्रगति की जानकारी दी। सवाई माधोपुर शहर से 5 टन प्लास्टिक कचरा रिसाईकल करने के लिये लाखेरी भेजा गया है। सूरवाल में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट के ट्रीटेड पानी का उपयोग कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा किया जा रहा है। गंगापुर सिटी के कचरे को संग्रहित और निस्तारित करने के लिये दौलतपुर स्थित कचरागाह में एमआरएफ के निर्माण कार्य की प्रगति समीक्षा की गई। गंगापुर में कम्पोस्टिंग मशीन लगाने की कार्य प्रगति की भी समीक्षा की। इसी प्रकार सामान्य चिकित्सालय एवं अन्य अस्पतालों में बायो मेडिकल वेस्ट मेनेजमेंट के संबंध में जानकारी दी गई।
एनजीटी के आदेशानुसार रामेश्वर घाट पर चम्बल तथा अन्य स्थानों पर बनास, मोरेल, जीवद और ढील से निरन्तर सैम्पल लेकर लैब टेस्टिंग की जा रही है। गत माह तक लिये गये सैम्पलों की प्रदूषण नियन्त्रण मण्डल से जॉंच रिपोर्ट आ चुकी है। बैठक में जिला पर्यावरण योजना के संबंध में प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा भी की गई।
बैठक में खनिज विभाग, वन विभाग से जुड़े बिन्दुओं पर चर्चा कर प्रस्तावों की पालना के संबंध में निर्देश दिए। बैठक में डीएमएफटी के उपलब्ध बजट एवं जैव विविधता समिति के गठन के संबंध में भी चर्चा की गई। बैठक में एडीएम भवानी सिंह पंवार, जिला परिषद के सीईओ सुरेश कुमार, एसडीएम कपिल शर्मा, डीएफओ जयराम पांडे, सीएमएचओ डॉ. तेजराम मीना, पीएमओ डाॅ. बीएल मीना, एसई पीएचईडी सीताराम मीना, नगर परिषद आयुक्त रविन्द्र यादव, जिला उद्योग केन्द्र, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के प्रतिनिधि सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
चिकित्सकों ने की पैंशनर्स मेडिकल डायरियों में राशि बढ़ाने की सिफारिश बोर्ड ने पुनःपरीक्षण में घटाई
राज्य सरकार द्वारा आरपीएमएफ योजनांतर्गत पैंशनर्स को मेडिकल व्यय के लिए डायरियों के माध्यम से प्रतिवर्ष बीस हजार रूपए की व्यय सीमा निर्धारित की हुई है। इससे अधिक व्यय होने पर राशि बढ़ाने के लिए दो चिकित्सकों की सिफारिश तथा पीएमओ/सीएमएचओ के काउंटर साइन से प्रार्थना पत्र कलेक्टर को प्रस्तुत किए जाते है। कलेक्टर द्वारा निर्धारित प्रक्रिया के बाद राशि बढ़ाई जाती है।
जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन द्वारा राशि बढ़ाने के लिए पैंशनर्स के मिले प्रार्थना पत्रों के लिए जिला कोषाधिकारी को पुनः परीक्षण करवाने के निर्देश दिए। कोषाधिकारी द्वारा 48 पैंषन डायरियों एवं प्रार्थना पत्रों का पुनःपरीक्षण पीएमओ से समन्वय कर सामान्य चिकित्सालय के चिकित्सकों का बोर्ड बनवाकर करवाया गया। 48 मेडिकल डायरियों में राशि बढ़वाने के लिए दिए प्रार्थना पत्रों के पुनः परीक्षण में 24 डायरियों में मेडिकल बोर्ड द्वारा पूर्व में चिकित्सकों द्वारा प्रस्तावित राशि को घटाया गया। इसे कलेक्टर ने गंभीरता से लेते हुए पीएमओ/सीएमएचओ को पैंशनर्स डायरियों में राशि बढ़ाने के लिए आने वाले प्रार्थना पत्रों की गंभीरता से जांच करते हुए सिफारिश करने के लिए निर्देशित किया है। उन्होंने पीएमएओ/सीएमएचओ को निर्देशित किया कि राशि बढ़ाने के लिए संगत/सटीक परीक्षण के बिना सिफारिश करने वाले चिकित्सकों को कारण बताओ नोटिस जारी कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।
ब्लाॅक सीएमएचओ पीएचसी, सीएचसी का नियमित करें निरीक्षण – कलेक्टर
जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन द्वारा जिले के सभी ब्लाॅक मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र की सीएचसी एवं पीएचसी का निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने सभी बीसीएमएचओ को निर्देश दिए है कि चिकित्सालयों में चिकित्सकीय उपकरण फंक्षनल हो तथा संबंधित कार्मिकों को उपकरणों के संचालन के संबंध में जानकारी हो, जिससे मरीजों को इन उपकरणों का पूरा लाभ मिल सके। कलेक्टर ने यह भी निर्देश दिए कि चिकित्सालयों में दवाईयों के स्टाॅक की समय-समय पर जांच हो तथा दवाईयों का लाभ मरीजों को मिले। जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार निरीक्षण में चिकित्सा संस्थानों में संस्थागत प्रसव के संबंध में भी जानकारी प्राप्त करने के निर्देश दिए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. तेजराम मीना ने बताया कि जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार सभी बीसीएमओ द्वारा निरीक्षण किया गया। उन्होनें बताया कि जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार जिले के चिकित्सा संस्थानों के निरीक्षण व सुधार की यह प्रक्रिया सतत रूप से तब तक चलती रहेगी। डॉ. मीना ने बताया कि जिला कलक्टर के निर्देशानुसार सभी खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी अपने अपने क्षेत्र के चिकित्सा संस्थानों का निरीक्षण कर पाई जाने वाली कमियों को उल्लेखित कर उनका निराकरण करेंगे। जिससे मरीजों को चिकित्सा सुविधा का पूरा लाभ मिल सके।