भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के केंद्रीय संचार ब्यूरो क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आंगनबाड़ी केंद्र श्यामपुरा में महिला संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में ब्यूरो के नेमीचंद मीणा ने पर्यावरण के विभिन्न घटकों की जानकारी देते हुए बताया कि मानव द्वारा अपने हितों के लिए लगातार पृथ्वी के संसाधनों का दोहन करने के कारण होने वाली क्षति को रोकने और पृथ्वी को बचाने के लिए पर्यावरण दिवस की शुरुआत की गई।
मनुष्य ने हमेशा अपने विकास के लिए प्राकृतिक संसाधनों का दोहन करने का प्रयास किया है। इसके लिए विश्व के सभी देशों ने सभी देश अपनी प्रगति के लिए प्रकृति के संसाधनों का बहन कर रहे हैं। जिसका परिणाम है कि प्रदूषण का स्तर काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है। हम अपने सुख सुविधाओं के लिए अधिकाधिक पेट्रोलियम जैसे पदार्थों का उपयोग करते रहे हैं।
घर को वातानुकूलित रखने के लिए एसी का उपयोग करते हैं जिससे प्रदूषण को बढ़ावा देने में योगदान दे रहे हैं जिससे पृथ्वी का तापमान लगातार बढ़ रहा है। यदि इसे अभी भी कम नहीं किया तो मानव सभ्यता को नष्ट होने में अधिक समय नहीं लगेगा। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के उपायों पर प्रकाश डालते हुए यूज एंड थ्रो की प्रक्रिया को छोड़कर रीसायकल की प्रक्रिया को अपनाने वर्षा जल संचयन प्रणाली जैविक खाद और जहां भी संभव हो पेड़ पौधे लगाएं और उनका संरक्षण करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
कार्यक्रम में ग्राम पंचायत श्यामपुरा की सरपंच काली देवी, पंचायत सचिव चंद्रकला गुप्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अनीता मीणा, पार्वती बैरागी, केसंती मीणा सहित सैकड़ों महिलाएं उपस्थित रही। इस अवसर पर महिलाओं ने पौधरोपण किया तथा अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाने का संकल्प भी लिया। कार्यक्रम में मौखिक प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया। जिसमें विजेता महिलाओं को ब्यूरो की ओर से ग्राम पंचायत श्यामपुरा की सरपंच काली देवी के हाथों पुरस्कार प्रदान कर सम्मानित किया।