विश्व भर में आज ही के दिन प्रत्येक वर्ष 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। इस दिन कई कार्यक्रम का आयोजन कर लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया जाता है। एक ओर जहां पूरा संसार विश्व पर्यावरण दिवस मना रहा है वहीं दूसरी ओर पर्यावरण दिवस के दिन ही सवाई माधोपुर शहर अंसारी मोहल्ला निवासी इकरामुद्दीन द्वारा हरे भरे पेड़ों को सार्वजनिक भूमि हड़पने के उद्देश्य से काट दिया गया है। जिसकी शिकायत तहसीलदार को भी दी गई है। क्या इस तरह हरे-भरे पेड़ों को काटा जाना उचित है? गौर करने की बात ये है कि विश्व पर्यावरण दिवस के दिन ही इस तरह पेड़ों को काटा जा रहा है तो हर रोज कितने हरे भरे पेड़ काटे जा रहे होंगे?
ये बेहद चिंता का विषय है कि कोरोना महामारी के इस भयानक कालखंड में भी लोग पर्यावरण के प्रति जागरूक नहीं हो पाए। यदि इसी तरह पेड़ काटे जाते रहे तो एक दिन ऐसा भी आने की संभावना है कि जब प्रत्येक व्यक्ति पानी खरीदने की तरह ऑक्सीजन की बोतल को भी खरीद कर अपने साथ ले कर चलने के लिए मजबूर हो जाएं। प्रशासन को भी इस ओर सकारात्मक प्रयास करने की आवश्यकता है।