बीस सूत्री कार्यक्रम का उद्देश्य आर्थिक एवं सामाजिक रूप से पिछड़े वर्ग का उत्थान है
बीस सूत्री कार्यक्रम एवं राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं की समीक्षा बैठक में बीस सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन एवं समन्वय समिति के उपाध्यक्ष डॉ. चन्द्रभान ने आज गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में की। डॉ. चन्द्रभान ने कहा कि बीस सूत्री कार्यक्रम का शुभारम्भ केन्द्र सरकार द्वारा 1975 में भारत की भूतपूर्व प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी द्वारा देश से गरीबी मिटाने के उद्देश्य से किया गया था। इसका मकसद सामाजिक एवं आर्थिक रूप से पिछड़े वंचित वर्ग के शोषण से मुक्ति और उनको रोजगार प्रदान कर उनके जीवन स्तर में सुधार लाना है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य इस कार्यक्रम के माध्यम से जन साधारण को सुविधा एवं राहत प्रदान करना है। पूर्व में इस में 20 सूत्र और 55 मद थे, वर्तमान में इसमें 11 सूत्र और 15 मद रह गये हैं।
उन्होंने कहा कि जन प्रतिनिधि एवं कार्मिक पूर्ण रूची लेते हुए और अपनी जिम्मेदारी समझते हुए इस कार्यक्रम को आमजन के लिए लागू करें। उन्होंने कहा कि बीस सूत्री कार्यक्रम में नियमित रूप से बैठक आयोजित कर प्रगति लाई जाएं। उन्होंने कहा कि बीस सूत्री कार्यक्रम में जिले में गत वर्ष की प्रगति संतोषजनक नहीं है। डॉ. चन्द्रभान ने कहा कि बीस सूत्री कार्यक्रम में सम्मिलित विभाग शत-प्रतिशत लक्ष्य अर्जित करें, A श्रेणी में आने का प्रयास करें और जिले की रैंकिंग में भी सुधार लाने का प्रयास करें। बैठक में जिला कलेक्टर ने कहा कि वर्ष 2021-22 में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत नये एवं पुनर्जीवित स्वयं सहायता समूह ने 80.39 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की। 50.71 प्रतिशत स्वयं सहायता समूह को रिवोलविंग फण्ड दिया गया।
94.20 प्रतिशत स्वयं सहायता समूह को कम्यूनिटी इनवेस्टमेन्ट फण्ड दिया गया। खाद्य सुरक्षा अन्त्योदय व अन्य पात्र परिवारों को 95.85 प्रतिशत खाद्यान्न वितरण किया। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण में 16.36 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की। शुद्ध पेयजल के तहत 25.41 प्रतिशत, आई.सी.डी.एस परियोजना संचालित शत-प्रतिशत, आंगनबाड़ी केन्द्र संचालन में 99.20 प्रतिशत, पौधारोपण अन्तर्गत क्षेत्रफल में 71.57 प्रतिशत, पौधारोपण में 53.21 प्रतिशत, ग्रामीण सड़क पी.एम.जी.एस.वाई. योजना में 106.41 प्रतिशत एवं कृषि पम्पसैट्स के ऊर्जाकरण में 218.52 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की है।
सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं की समीक्षा की:- बीस सूत्री कार्यक्रम उपाध्यक्ष डॉ. चन्द्रभान ने उपस्थित अधिकारियों से कहा कि वे राज्य सरकार की मंशानुसार फ्लैगशिप योजनाओं का लाभ हर जरूरतमंद एवं पात्र व्यक्ति को दिलाए।
उन्होंने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के पंजीयन एवं भुगतान की स्थिति, मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा एवं जांच योजना, मुख्यमंत्री की घोषणाओं की क्रियान्विति की प्रगति, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, पालनहार योजना, मुख्यमंत्री लघु प्रोत्साहन योजना, काली बाई भील मेधावी स्कूटी, देवनारायण स्कूटी, किसान मित्र ऊर्जा योजना, जल जीवन मिशन, वृहद पेयजल परियोजना, इन्दिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना एवं इन्दिरा रसोई की जानकारी लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक से जिले में जोड़े गये पेंशन लाभार्थियों की जानकारी प्राप्त की। पेंशन योजना के तहत प्रत्येक माह में कितने लोगों के आवेदन पत्र स्वीकृत किये जाते है, इस संबंध में जानकारी ली। बैठक में बीसूका उपाध्यक्ष डॉ. चन्द्रभान ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सरकारी की जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आमजन तक पहुंचे, इसके लिए मिशन मोड़ में समर्पित होकर आपसी समन्वय से कार्य करें।