शिवाड़ प्राथमिक चिकित्सा केंद्र को करीब ढाई साल पहले सामुदायिक अस्पताल में क्रमोनन्त करने के आदेश तो मिले है लेकिन आज तक यहां सामुदायिक अस्पताल की कोई सुविधा नहीं मिली। सामुदायिक अस्पताल शिवाड़ में आज ढाई साल के बाद भी ना तो कोई सामुदायिक अस्पताल लेवल की जांचे है ना ही स्टाफ। आज भी यहां रोज आने वाले सैकड़ों मरीजों को सिर्फ प्राथमिक उपचार ही नसीब हो पाता है। भले ही शिवाड़ का सामुदायिक अस्पताल कागजों में हो किन्तु धरातल पर सुविधा के नाम पर प्राथमिक अस्पताल ही है।
ढाई साल बाद भी इस सामुदायिक अस्पताल को बनाने के लिये स्थानीय प्रशासन की अनदेखी से जमीन तक आवंटित नहीं हुई। जमीन आवंटित नहीं होने से अब तक यहां सामुदायिक अस्पताल का बजट भी नहीं मिला है। जहां एक ओर सरकार बजट में सामुदायिक अस्पताल की घोषणा कर वाह वाही लुटती है वही धरातल पर हकीकत कुछ और ही बयां करती है।
ऐसा नहीं है कि जमीन आवंटित करने के आदेश जारी नहीं हुए लेकिन किसी जनप्रतिनिधियों के हस्तक्षेप नहीं करने से अधिकारी भी जमीन आवंटन में कोई रुचि नहीं दिखा रहे है। लोगों ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर सामुदायिक अस्पताल के लिए जमीन आवंटित करवाने और बजट दिलवाने की मांग की है।