राजस्थान के भरतपुर में कोर्ट ले जाते समय गैंगस्टर कुलदीप जघीना की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या मामले में डीजीपी उमेश मिश्रा का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा की घटना के जिम्मेदार सभी बदमाशों की तुरंत गिरफ्तारी के आदेश दिए गए हैं जिसमें सफलता मिलने के चांस 99 परसेंट है। आपको जल्द ही इसका समाचार मिल जाएगा।” डीजीपी उमेश मिश्रा के इस बयान के कुछ ही देर बाद मामले में पुलिस ने 2 आरोपियों को हिरासत में ले लिया है।
वहीं घटना के अन्य आरोपियों की लोकेशन भी चिह्नित कर ली गई है। दरअसल, पुलिस गैंगस्टर को रोडवेज बस से भरतपुर कोर्ट में पेशी के लिए लेकर जा रही थी। तभी अचानक आए बदमाशों ने पुलिसकर्मियों की आंखों में मिर्च पाउडर फेंक दिया और फिर ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर गैंगस्टर कुलदीप जघीना की हत्या कर दी।
बदमाशों ने करीब 15 राउंड फायर किए
बताया जा रहा है कि बदमाशों ने गैंगस्टर कुलदीप पर करीब 15 राउंड फायर किए जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं गैंगस्टर कुलदीप का साथी विजयपाल बच गया। वहीं बस के अंदर उस समय सवारियां भी मौजूद थी जिससे वारदात के दौरान हड़कंप मच गया। ताबड़तोड़ फायरिंग के बाद बदमाश वहां से फरार हो गए।
कुलदीप ने 10 महीने पहले की थी बीजेपी नेता की हत्या
मृतक गैंगस्टर कुलदीप उद्योग नगर थाना इलाके के गांव जघीना का रहने वाला था जिसने अपने ही गांव के बीजेपी नेता कृपाल सिंह की 4 सितंबर 2022 को गोली मारकर हत्या कर दी थी। जब कृपाल सिंह अपनी कार में सवार होकर सर्किट हाउस से अपने घर जा रहा था उस समय कुलदीप ने अपने साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। घटना के बाद कुलदीप फरार हो गया था जिसे पुलिस ने एमपी से गिरफ्तार किया था।
जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि गैंगस्टर कुलदीप जघीना और उसके साथी को पुलिस रोडवेज बस में जयपुर जेल से कोटला ला रही थी। उसी दरमियान अमोली टोल प्लाजा के पास बदमाशों ने फायरिंग कर दी जिसमें कुलदीप की मौत हो गई है। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों की पहचान कर ली गई है और जिस गाड़ी से बदमाश आए थे उसको भी जब्त कर लिया गया।