शिवाड़ कस्बे सहित, सारसोप, ईसरदा महापुरा टापुर पंचायतों में भी गुरु पूर्णिमा का महोत्सव धूमधाम उत्साह के साथ मनाया गया। श्रद्धालुओं एवं शिष्यों ने मन कर्म धर्म श्रद्धा के साथ अपने गुरु की पूजा अर्चना कर महाआरती की। सोमवार सुबह 10 बजे से गीता भवन शिवाड़ में सैकड़ों की संख्या में महिलाएं पुरुष बच्चे बच्चियां कृष्णानंद महाराज की पूजा अर्चना कर कीर्तनकर महा आरती उतारी गई। इसी प्रकार महापुरा हनुमान खेड़ापति मंदिर ठाकुर राम मंदिर सारसोप चारभुजा नाथ मंदिर एवं ईसरदा रघुनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना की गई। इस अवसर पर जगदीश प्रसाद सोनी ने कहा कि इस दिन शिष्य गुरु की विशेष पूजा करता है गुरु की पूजा और उपासना कर हर व्यक्ति ईश्वर तक पहुंच सकता है गुरु के दिशा निर्देशों का पालन करना चाहिए।
गुरु पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्नान कर पवित्रता के बाद गुरु की पूजा आसन पर बैठकर उनके चरणों को धोकर फूल चढ़ाकर मिठाई दक्षिणा अर्पित कर उनको गुरु के रूप में सपरिवार स्वीकार कर गुरु के कहे अनुसार अपने दायित्व का पालन करना चाहिए। सद्गुरु को शिष्य के कल्याण अलावा कुछ नहीं चाहिए इस दौरान कहा कि जिस व्यक्ति ने कोई गुरु नहीं बना रखा है और वह गुरु बनाना चाहता है तो वह भगवान कृष्ण एवं शिव भोले शंकर को भी अपना ग्रुप बनाकर उनकी गुरु के रूप में पूजा अर्चना कर सकता है। इस दिन गुरु के चरणों को स्पर्श कर आशीर्वाद लेना चाहिए और अपनी श्रद्धा के अनुसार दान पुण्य करना चाहिए इस दिन दान देने का सर्वाधिक महत्व है।