रणथम्भौर बाघ परियोजना की रेंज तालेड़ा से जुड़े मलारना स्टेशन वन चौकी क्षेत्र की ग्राम पंचायत चक बिलोली के गांव बाढ़ बिलोली एवं गोखरूपुरा वन विभाग द्वारा ग्रामीणों से अतिक्रमण हटाकर साढ़े चैदह लाख की लागत से पांच सौ मीटर लम्बाई में चार दिवारी का कार्य किया जा रहा है। जिसकी नीम की खुदाई का कार्य लगभग पूर्ण हो गया है।
क्षेत्र के लोगों का कहना है कि बाढ़ बिलोली एवं गोखरूपुरा की चारदीवारी के लिए उपयोग में लिए जाने वाले पत्थर ग्राम पंचायत भूरी पहाड़ी जो कि रणथंभौर बाघ परियोजना के अंतर्गत आते हैं उस क्षेत्र से पत्थर एवं बजरी अवैध रूप से लाई जा रही है। लोगों का कहना है कि अगर कोई अन्य व्यक्ति किसी भी कार्य के लिए पत्थर एवं बजरी के दोहन कर उपयोग करने वाले पर प्रशासन एवं वन विभाग द्वारा कार्रवाई कर उसे दंडित किया जाता है। इस प्रकार वन क्षेत्र में अवैध खनन से न्यायालय के आदेशों की पालन कराने वाले ही स्वयं ही आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए नजर आ रहे हैं। जिससे मलारना स्टेशन क्षेत्र के लोगों में वन विभाग के प्रति अविश्वास एवं आक्रोश व्याप्त है।