जिला कलेक्टर राजेंद्र किशन द्वारा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को गति देने के लिए जिले में शुरू किया गया नवाचार ‘‘हमारी लाडो’’ गति पकड़ने लगा है। नवाचार के तहत विभिन्न विद्यालयों की बेटियों को शनिवार के दिन अलग-अलग अधिकारियों के साथ संवाद कराया जाता है। साथ ही उनमें आत्मविश्वास बढ़ाने तथा झिझक दूर करने के लिए सवाल जवाब किए जाते हैं। अभियान की इसी कड़ी में शनिवार सुबह को स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल सूरवाल की बालिकाओं ने कलेक्टर निवास पहुंचकर जिला कलेक्टर राजेंद्र किशन एवं उनकी पत्नी हेमा राजेंद्र से संवाद किया। वहीं मानटाउन स्कूल की बालिकाओं ने रणथंभौर सेंचुरी के जोन नंबर छह में वन भ्रमण किया। वहां 3 शावकों के साथ एक बाघिन को देखकर बेटियां अभिभूत हो गई और उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल की बेटियों ने कलेक्टर निवास पर पहुंचकर कलेक्टर से ऐसे सवाल पूछे जिन्हें सुनकर कलेक्टर भी आश्चर्यचकित रह गए तथा उनकी प्रतिभा का लोहा मान गए। कलेक्टर से संवाद करते समय बालिका विभा ने कलेक्टर से जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए किए गए प्रयासों की जानकारी मांगी तो उन्होंने डोर टू डोर सर्वे, अधिक से अधिक सैंपल कलेक्शन और चिकित्सा व्यवस्थाओं के संबंध में किए गए प्रयासों की जानकारी दी। कलेक्टर ने कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन का प्रबंधन, रेमडेसीविर व दवाइयों की उपलब्धता एवं अस्पताल के बैड मैनेजमेंट के बारे में भी जानकारी दी। इसी प्रकार भूमि सिंघल ने लाल बहादुर शास्त्री नेशनल अकेडमी ऑफ एडमिनिस्ट्रेशन मसूरी की विजिट के संबंध में सवाल किया। उल्लेखनीय है कि इस अकेडमी में आईएएस को ट्रेनिंग दी जाती है। बेटी अदिति मंगल ने पूछा कि मैं आईएएस कैसे बन सकती हूं। इस पर कलेक्टर ने बताया कि लक्ष्य निर्धारण कर अपने निर्णय पर अडिग रहें, बाधाओं से न घबरायें, अपनी कमजोरी को ही मजबूती बना लें और चुनौती को अवसर में बदलें तो आईएएस बनना कोई बड़ी बात नहीं है। एक बालिका का सवाल था वैक्सीनेशन के बारे में कुछ लोगों में जो भ्रम है, उसे कैसे दूर किया जाए, तो कलेक्टर ने बताया कि उन्होंने खुद लोगों को जागरूक किया है, हैल्थ वर्कर्स, आंगनवाडी कार्यकर्ताओं आदि की टीम के माध्यम से जागरूक करवाया लेकिन कलेक्टर या उसकी सरकारी टीम हर व्यक्ति के पास नहीं पहुंच सकती, ऐसे में आप जैसी बच्चियां कम्युनिकेशन लीडर की भूमिका निभायें, अपने परिजन और पडौसियों को बतायें कि सभी टीका लगवायें, जो लोग टीका लगवाने में झिझक रहें हैं, वे अपने और दूसरों के बच्चों का स्वास्थ्य खतरे में डाल रहे हैं क्योंकि अभी बच्चों का टीका नहीं आया है। 18 साल से ज्यादा आयु के सभी लोगों को टीका लग गया तो बच्चे भी संक्रमण से काफी हद तक सुरक्षित रहेंगे। स्कूल की बेटी रिफा एवं यलवी सोनी ने विद्यालय में फिजिक्स टीचर नहीं होने की बात कही, इस पर कलेक्टर ने उनकी समस्या का समाधान करवाने का भरोसा दिलाया। एक बेटी ने बायो टेक्नोलॉजी एवं बायोलॉजी के बारे में सवाल जवाब कर कलेक्टर की भी उत्सुकता बढ़ा दी।
कलेक्टर से संवाद के दौरान विद्यालय की बालिकाओं ने अंतरिक्ष वैज्ञानिक बनने के संबंध में भी सवाल जवाब किए। कलेक्टर ने इंग्लिश मीडियम की बेटियों से इंग्लिश में बात की तथा बेटियों ने भी फर्राटेदार अंग्रेजी में ही सवाल जवाब किए। बेटियों द्वारा राजीव गांधी म्यूजियम दिखाए जाने की मांग करने पर कलेक्टर ने म्यूजियम के प्रभारी को फोन कर बेटियों को म्यूजियम का भ्रमण करवाने तथा जैव विविधता के संबंध में समस्त जानकारियां ऑडिटोरियम में डॉक्यूमेंटरी फिल्म दिखाकर देने के निर्देश भी दिए।
कलेक्टर कक्ष का भी किया भ्रमण:- विद्यालय की बेटियों ने कलेक्टर से आग्रह किया कि उन्हें कलेक्ट्रेट कार्यालय एवं कलेक्टर चेंबर का भ्रमण करवाया जाए। शनिवार को सार्वजनिक अवकाश होने के बाद भी बेटियों के आग्रह पर तत्काल कलेक्टर चेंबर एवं कलेक्टर कार्यालय खुलवाकर उन्हें भ्रमण करवाया तथा खुद उपस्थित रहकर एक-एक गतिविधि के बारे में जानकारी दी, उन्हें कलेक्ट्रेट के विभिन्न अनुभागों की कार्यप्रणाली की जानकारी दी। डीएम और कलेक्टर की भूमिका में उनके क्या-क्या दायित्व, शक्तियां हैं, इसकी भी जानकारी दी। कलेक्टर कार्यालय में भ्रमण के दौरान 6 वर्षीय बेटी आरती को तो कलेक्टर ने गोद में उठाकर खूब खिलाया।
पुलिस अन्वेषण भवन का भी किया भ्रमण:- हमारी लाडो अभियान के तहत गीता देवी स्कूल की बेटियों ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेंद्र दानोदिया एवं पुलिस उपाधीक्षक कृष्णा सांवरिया के साथ अन्वेषण भवन पहुंचकर संवाद किया। उन्होंने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक से बाल अधिकार, महिला हिंसा, घरेलू हिंसा सहित अन्य कानूनों के संबंध में सवाल जवाब किए। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बेटियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि उन्हें किसी प्रकार से अपने आप को कम नहीं आंकना चाहिए। बेटियों को आत्मरक्षा प्रशिक्षण के बारे में भी उन्होंने जानकारी दी। इस अवसर पर एडीईओ घनश्याम बैरवा और मंजू जैन ने अपने विचार रखे।पुलिस लाइन अन्वेषण भवन में बेटियों को प्रोटोकॉल के बारे में भी जानकारी दी गई।
टाइगर देख अभिभूत हुई बेटियां:- कलेक्टर ने पूर्व में किये वादे के अनुसार बेटियों के लिए रणथंभौर भ्रमण की व्यवस्था करवाई। शनिवार को प्रधानाचार्य रेणु भास्कर के निर्देशन में 15 बेटियों का दल रणथंभौर के जोन नंबर 6 कैंटर से भ्रमण के लिए गया। यहां एक बाघिन को तीन शावकों के साथ अठखेलियां करते देख बेटियों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा और बेटियां कलेक्टर के इस नवाचार को धन्यवाद देती नजर आई। जिले में कलेक्टर के नवाचार ‘‘हमारी लाडो’’ को लेकर चर्चा है, वहीं बेटियों में एक नए उत्साह का संचार हुआ है।