जिला कलेक्टर डॉ.एस.पी. सिंह ने मुख्य शिक्षा अधिकारी रामकेश मीना को निर्देश दिए कि विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन हर हाल में रसोई गैस पर ही पकाया जाए। उन्होंने जिन विद्यालयों में मिड-डे मील तैयार करने के लिए गैस का उपयोग नहीं किया जा रहा है उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर जिला कलेक्ट्रेट सभागार में मिड-डे मील के संबंध में आयोजित बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
डॉ. सिंह ने बैठक में जिले में मिड-डे मील के वितरण की जानकारी ली और यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि बारिश में खाद्यान्न खराब नहीं हो। उन्होंने सिंगल फेज बोरवेल युक्त विद्यालयों में पानी के दुरूपयोग को रोकने के लिए जलदाय विभाग या ग्राम सेवक से चर्चा कर सॉक पिट (रिचार्ज पिट) बनवाने के निर्देश दिए। साथ ही हैण्डपम्प के चारों ओर भी सॉक पिट बनवाने के निर्देश दिए। उन्होंने विद्यालय भवनों की छतों को साफ करवाने, ढलान में पानी संग्रहण संरचना बनाने और विद्यालयों की साफ-सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने सीबीईओ बौंली कैलाशचन्द से राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भाड़ौती में निर्माण कार्य के रूकने के संबंध में जानकारी प्राप्त की और कार्य को शीघ्र सम्पन्न करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन विद्यालयों में निर्माण कार्य चल रहा है वहां महीने में कम से कम एक बार निरीक्षण अवश्य करें।
जिला कलेक्टर ने जल शक्ति अभियान के प्रति जागरूकता लाने के लिए शिक्षकों से कहा कि वे पानी को बचाने से संबंधित प्रतियोगिताएं विद्यालयों में करवाएं। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को ऐसे प्रयास करने चाहिए कि बच्चों में सकारात्मक मानसिकता विकसित हो। उन्होंने सभी जगह जल संग्रहण संरचनाएं बनवाने के निर्देश दिए। बैठक में शिक्षा विभाग के अधिकारियों को 22 जुलाई से शुरू हो रहे खसरा रूबेला टीकाकरण अभियान में पूरा सहयोग करने के निर्देश भी दिए। बैठक में मुख्य शिक्षा अधिकारी रामकेश मीना, डीईओ प्रारम्भिक रामखिलाड़ी बैरवा, एडीईओ माध्यमिक कैलाश चंद गुप्ता, एडीईओ प्रारंभिक मंजू जैन, इन्द्रेश तिवाडी सभी पंचायत समितियों के मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।