परिवार कल्याण कार्यक्रम में पुरूषों की भागीदारी बढाने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग अब हर माह के तीसरे बुधवार को पुरूष नसबंदी वार के रूप में मनाएगा। जिसके तहत चिकित्सा संस्थान पर परिवार कल्याण सेवाओं जिसमें विशेषत: नसबंदी सेवाएं प्रदान करने के लिए चिकित्सा संस्थानों पर आयोजित हो रहे नियत दिवस सेवा दिवस पर प्रति माह तीसरे बुधवार को पुरूष नसबंदी की सेवाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. टीआर मीना ने बताया कि प्रदेश भर में यह नवाचार अपनाया जाएगा। जिसमें परिवार नियोजन के स्थाई साधनों को अपनाने में पुरूषों की भागीदारी को बढाया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि जिले सहित प्रदेश भर में पुरूष नसबंदी काफी कम मात्रा में हो रही है इसलिए चयनित चिकित्सा संस्थानों पर प्रति माह तीसरे बुधवार को पुरूष नसबंदी के लिए नियत किया गया है व ग्राम स्तर पर कार्यरत स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा, एएनएम को किसी प्रकार का संशय नहीं रहेगा और वे योग्य दम्पत्तियों को पुरूष नसबंदी अपनाने के लिए प्रेरित कर सकेंगी। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ मिलकर उपलब्ध एनएसवी प्रशिक्षित सेवा प्रदाताओं की टीम बनाई जाएगी। ताकि सभी ब्लाॅकों में सेवाएं भली प्रकार से दी जा सकेंगी व अधिक से अधिक संख्या में योग्य दम्पत्ति इसका लाभ उठा सकेंगे।
हर माह 10 दिन पहले होगी बैठक:
एनएसवी दिवस आयोजन वाले चिकित्सा संस्थानों पर पुरूष नसबंदी से संबंधित प्रचार प्रसार का प्रदर्शन किया जाएगा। साथ ही सफल संचालन के लिए खंड स्तर पर प्रत्येक माह के तीसरे बुधवार के 10 दिन पहले चिकित्सा अधिकारी प्रभारी, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं आशाओं के साथ बैठक कर कार्यक्रम की रणनीति तैयार करेंगे। सभी चिकित्सा अधिकारी आगामी सेक्टर बैठक में आशाओं व एएनएम को विस्तार से जानकारी देंगे। साथ ही संभावित पुरूषों की सूची खंड स्तर पर भिजवाएंगे।
प्रचार प्रसार व अलग से होगी रिपोर्टिंग:
एनएसवी दिवस के आयोजन वाले दिन चिकित्सा संस्थान पर पुरूष नसबंदी से संबंधित प्रचार प्रसार माइकिंग, पेम्पलेट, दीवार लेखन, पेम्पलेट और फ्लेक्स आदि के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में प्रचार किया जाएगा। साथ ही नियत फाॅरमेट में राज्य स्तर पर इसकी रिपोर्ट की जाएगी।
प्रदेश स्तरीय अधिकारी कार्यक्रम की सफलता कि लिए हुए नियुक्त अतिरिक्त निदेशक आरसीएच जोधपुर संभाग में, संयुक्त निदेशक परिवार कल्याण कोटा संभाग में, उपनिदेशक परिवार कल्याण भरतपुर, परियोजना निदेशक परिवार कल्याण अजमेर व जयपुर संभाग में, कार्यक्रम अधिकारी परिवार कल्याण बीकानेर संभाग में कार्यक्रम की सफलता के लिए निगरानी व समन्वय करेंगे।