संचारी एवं गैर संचारी सहित सभी बीमारियों की जांच और उपचार होगा उपलब्ध
जिले में आज रविवार से मुख्यमंत्री निरोगी राजस्थान चिरंजीवी स्वास्थ्य शिविरों का शुभारंभ चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने वर्चुअल माध्यम से किया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. तेजराम मीना ने बताया कि राज्य के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने राज्य स्तर से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से जिले की रवांजना चौड़ ग्राम पंचायत के शिविर का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर सूरज सिंह नेगी, एसडीएम कपिल शर्मा व क्षेत्र के जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। सीएमएचओ ने बताया कि रविवार को जिले में रवांजना चौड़, अटून कलां व मलारना चौड़ में शिविरों का आयोजन किया गया।
शिविरों में दी जा रही ये सेवाएंः-
इन शिविरों में सभी प्रकार की संचारी, गैर संचारी रोगों सहित सभी बीमारियों की जांच और यथासंभव उपचार किया जा रहा है। शल्य चिकित्सा आवश्यक होने पर सुविधानुसार उच्चतर चिकित्सा संस्थान पर भिजवा कर सर्जरी करवाई जाएगी। 30 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों का ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर, गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच की जा रही है। परिवार नियोजन के प्रति जागरूक किया जा रहा है। कैम्प में आने वाले लोगो की आंखों की जांच की जा रही है। टीबी के सम्भावित रोगियों के टेस्ट और उपचार की व्यवस्था की गई है।
शिविर में सिलिकोसिस और कुष्ट रोगों की स्क्रीनिंग भी की जा रही है इसके साथ ही कोविड टीकाकरण से वंचित लोगो का टीकाकरण भी किया जा रहा है। जिन लोगो ने चिरंजीवी योजना में रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है उनके रजिस्ट्रेशन की सुविधा भी कैम्पो में उपलब्ध करवाकर उनका रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। शिविरों में स्कूल जाने वाले बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। शिविरों से पूर्व स्कूलों में स्टाफ द्वारा बच्चों के स्वास्थ्य की प्री स्क्रीनिंग की जा रही है। प्री स्क्रीनिंग में यदि किसी बच्चे को कोई बीमारी पाई जा रही है तो उन्हें शिविरों में उपचार के लिए भिजवाया जा रहा है।
शिविरों में बच्चों के स्वास्थ्य की जांच विशेषज्ञ चिकित्सक कर रहे हैं। और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें उपचार के लिए चिरंजीवी योजना/ आरबीएसके से संबंद्ध अस्पतालों में रैफर किया जा रहा है। जहां उनका उपचार निशुल्क किया जाएगा। सीएमएचओ ने बताया कि शिविरों में चाइल्ड स्पेशलिस्ट, गायनोलॉजिस्ट, फिजिशियन, मेडिसन, डेंटिस्ट, नेत्र सहायक और आयुष चिकित्सक शिविर स्थलों पर मौजूद हैं। ईसीजी सहित सभी जांच उपकरण एम्बुलेंस, मेडिकल मोबाइल वैन भी उपलब्ध रखी जा रही है। शिविरों में टेलीमेडिसिन के जरिये भी आमजन को दिया जा रहा इलाज उपलब्ध करवाया जा रहा हैं।