राजस्थान उर्दू संघर्ष समिति शाखा सवाई माधोपुर ने उर्दू शिक्षा संबंधी विभिन्न मांगों का एक 11 सूत्री मांग पत्र मुख्यमंत्री के नाम का जिला कलेक्टर को सौंपा।
समिति के जिला संयोजक मोइन खान ने बताया कि राजस्थान संघर्ष समिति के बैनर तले उर्दू भाषा चूरु जिले में जुलाई माह से विभिन्न मांगों को लेकर लगातार क्रमिक अनशन किया जा रहा है। मगर इन मांगों पर अब तक चुरू के अलावा अन्य जिलों में किसी भी प्रकार की कोई कोई कार्यवाही नहीं की गई है। राजस्थान सरकार की भाषा के प्रति संवेदनात्मक भावना के बावजूद भी प्रशासनिक स्तर पर उर्दू भाषा की अनदेखी की जा रही है।
राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा पूर्व में आयोजित परीक्षा द्वितीय श्रेणी में उर्दू के पद वृद्धि, प्रदेशभर में स्टाफिंग पैटर्न के नाम पर समाप्त किए गए प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के उर्दू के पदों का पुनः सृजन, तृतीय भाषा को स्टाफिंग पैटर्न से बाहर रखा जाए, कक्षा 1 से उर्दू विषय पढ़ाने की स्वीकृति, महात्मा गांधी विद्यालयों में उर्दू भाषा के पद सृजन, समस्त डाइट में उर्दू व्याख्याता के पद एवं समस्त मॉडल स्कूल में उर्दू विषय के पद स्वीकृत किए जाने संबंधी मांगो सहित 11 सूत्रीय मांग पत्र सवाई माधोपुर शाखा द्वारा मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर महोदय को दिया गया।
इस अवसर पर जावेद खान, नबीशेर खान, जाबिर खान, वहीद खान, जाबिद खान, सद्दाम खान सहित समिति के अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।