परिवार नियोजन के स्थाई साधनों को अपनाने में पुरूषो की भागीदारी बढाने के लिए हर माह के तीसरे बुधवार को पुरूषों नसबंदी वार के रूप में मनाने की शुरूआत 16 मई से हो चुकी है। जुलाई माह में भी 18 तारीख बुधवार को पुरूष नसबंदी वार आयोजित किया गया। जिले में चार जगह जिला अस्पताल सवाई माधोपुर, उप जिला अस्पताल गंगापुरसिटी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौथ का बरवाडा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र वजीरपुर में नसबंदी शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में एनएसवी करवाने वाले लाभार्थियों को मौके पर ही 3000 की राशि का भुगतान किया जा रहा है।
परिवार नियोजन के स्थाई साधनों को अपनाने में पुरूषो की भागीदारी काफी कम है। सुरक्षित व आसान होेने के बावजूद पुरूष नसबंदी के प्रति पुरूषों का नजरिया सकारात्मक नहीं है, इसलिए प्रदेश भर में यह नवाचार अपनाया जा रहा है। जिसमें परिवार नियोजन के स्थाई साधनों को अपनाने में पुरूषों की भागीदारी को बढाया जा सकेगा। जिले सहित प्रदेश भर में पुरूष नसबंदी काफी कम मात्रा में हो रही है, इसलिए चयनित चिकित्सा संस्थानों पर प्रति माह तीसरे बुधवार को पुरूष नसबंदी के लिए नियत किया गया है व ग्राम स्तर पर कार्यरत स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा, एएनएम को किसी प्रकार का संशय नहीं रहेगा और वे योग्य दम्पत्तियों को पुरूष नसबंदी अपनाने के लिए प्रेरित कर रही हैं। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ मिलकर उपलब्ध एनएसवी प्रशिक्षित सेवा प्रदाताओं की टीम बनाई गई है। ताकि सभी ब्लाॅकों में सेवाएं भली प्रकार से दी जा सकेंगी व अधिक से अधिक संख्या में योग्य दम्पत्ति इसका लाभ उठा सकेंगे। इस कार्यक्रम में जिला स्तर, ब्लाॅक स्तर, प्रत्येक चिकित्सा अधिकारी, एलएचवी, एएनएम, पीएचसी आशा सुपरवाइजर एवं आशा सहयोगिनियों द्वारा एक टीम के रूप में काम करने पर बल दिया जा रहा है।
“फायदेमंद है नसबंदी”
नसबंदी करवाने पर क्षतिपूर्ति राशि 3000 रूपये सरकार द्वारा दिए जाते हैं। एनएसवी को आम प्रचलन की भाषा में बिना चीरा बिना टांका पद्विति कहा जाता है। नयी पद्विति के चलते अब पुरूष फटाफट नसबंदी कराके आधे घंटे में घर जा सकते हैं और अपेक्षाकृत जल्दी अपने काम पर लौट सकते हैं।
“मखौली मे आयोजित हुआ मनोरोग शिविर”
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग सवाई माधोपुर की ओर से राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत आज 18 जुलाई बुधवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मखौली मे मानसिक रोगियो की निःशुल्क जाॅच एवं परामर्श शिविर का आयोजन किया गया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. टीकाराम मीना ने बताया की शिविर में वरिष्ठ मनोरोग विशेषज्ञ डाॅ के. जी. लखेरा ने अपनी सेवाएं देकर मरीजों का स्वास्थ्य जांचा और परामर्श दिया। उन्होंने 21 मरीजों का इलाज किया। इस प्रकार के मनोरोग शिविर प्रत्येक बुधवार को अलग-अलग चिकित्सा संस्थान पर आयोजित किये जा रहे हैं।