जिले के प्रभारी मंत्री परसादीलाल मीणा ने खंडार विधायक अशोक बैरवा, संभागीय आयुक्त भरतपुर और प्रभारी सचिव पीसी बैरवाल की उपस्थिति में आज बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर जिले में चल रहे विकास कार्यों तथा योजनाओं की प्रगति समीक्षा की। प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री बजट घोषणा के तहत जिले मे किए जाने वाले कार्यों को प्राथमिकता से लें और इनकी क्रियान्विती शीघ्र करें। उन्होंने विभागीय अधिकारियों से अपने-अपने विभागों में मुख्यमंत्री महोदय की घोषणाओं के तहत किये जा रहे कार्यों के बारे मे जानकारी ली। प्रभारी मंत्री ने राजकीय दायित्व की अवहेलना करने तथा आमजन को सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित करने वाले 2 मनरेगा जेटीए को हटाने, जेवीवीएनएल खंडार अधीक्षण अभियन्ता विष्णु दत्त को एपीओ करने एवं टोडरा के तत्कालीन 1 ग्राम विकास अधिकारी और रोजगार सहायक को सस्पेंड करने के निर्देश दिए। साथ ही जिन जेटीओ को एक स्थान पर दो साल से अधिक हो गया है, उन्हें स्थानांतरित कर दूसरी पंचायत समिति में भिजवाने के निर्देश दिए।
बैठक के तत्काल बाद जेवीवीएनएल के सचिव(प्रशासन) कैलाश चन्द्र यादव ने विष्णु दत्त को एपीओ कर भरतपुर जोनल चीफ इंजिनीयर कार्यालय में उपस्थिति देने के आदेश जारी कर दिए है। प्रभारी मंत्री ने जिले में राशन डीलरों की जांच, लाइसेंस निलंबन और निरस्तीकरण, अटैचमेंट और बहाली के संबंध में जिला रसद अधिकारी को गाइडलाइन की पूर्ण पालना करवाने तथा अतिरिक्त डीलरों के प्रस्ताव राज्य सरकार को भिजवाने के निर्देश दिये। प्रभारी मंत्री ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाव विशेषकर बच्चों के स्वास्थ्य के लिए की जा रही तैयारियों की समीक्षा कर सीएमएचओ डॉ. तेजराम मीणा को निर्देश दिए कि चारों विधायकगण से चर्चा कर सीएचसी और पीएचसी के सुदृढीकरण के लिए स्थानीय एमएलए फंड से कार्य करवायें और उपकरणों की खरीद करें। कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने जानकारी दी कि हाल ही में 1 हजार अतिरिक्त ऑक्सीजन सिलेंडर की खरीद के वर्क ऑर्डर जारी किए गये है। चिकित्सक, नर्स और कम्प्यूटर ऑपरेटर की स्थानीय स्तर पर भर्ती की जा रही है और 140 कम्यूनिटि हैल्थ ऑफिसरों का पद स्थापन कर दिया गया है जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती मिली है। जिले को प्राप्त प्रत्येक ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर का परीक्षण कर सत्यापन करवाया जा रहा है कि यह बिल्कुल चालू हालत में है, पूरे स्टाफ को इसके संचालन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि जरूरत पड़ने पर मरीज के अस्पताल परिसर में पहुंचने के तत्काल बाद ऑक्सीजन सप्लाई शुरू की जा सके। उन्होंने सीएचसी, पीएचसी, जिला अस्पताल में नि:शुल्क जांच और नि:शुल्क दवा योजना के संबंध में भी जानकारी ली। बैठक में सीएमएचओ ने बताया कि जिले में 3 लाख 56 हजार 205 लोगों को कोविड-19 टीकाकरण की पहली डोज लग चुकी है, इनमें से 1 लाख 35 हजार 437 लाभार्थी 18 से 44 आयु वर्ग के है। 64 हजार 304 लोगों को दूसरी डोज लग चुकी है। प्रभारी मंत्री ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि पहली डोज ले चुके व्यक्ति को निर्धारित अन्तराल पर टीके की दूसरी डोज लग जाए। सम्भागीय आयुक्त पी. सी. बेरवाल ने बताया कि जिले के 73 सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों के भवन और भूमि की समस्या थी, जिला कलेक्टर के विशेष प्रयासों से इनमें से 53 की समस्या का समाधान हो गया है। शेष 23 के लिए एडीएम डॉ. सूरज सिंह नेगी और सीएमएचओ को मिलकर समाधान निकालने के निर्देश दिए।
प्रभारी मंत्री ने जेवीवीएनएल अधीक्षण अभियन्ता को निर्देश दिए 31 अक्टूबर तक कृषि कनेक्शन की 1 भी फाइल पेंडिंग नहीं रहनी चाहिए। चालू वित्त वर्ष में 372 कृषि कनेक्शन जारी कर दिये गए हैं, कुल 2030 उपभोक्ताओं ने इसके लिये डिमांड नोट जमा करवाया है।
प्रभारी मंत्री ने दीपावली से पहले सभी बकाया घरेलू कनेक्शन भी जारी करने के निर्देश दिए। खंडार विधायक अशोक बैरवा ने जले या खराब ट्रांसफार्मर हर हालत में 72 घंटे में बदलने के निर्देश दिये। प्रभारी मंत्री ने मनरेगा व अन्य ग्रामीण विकास योजनाओं में कुछ ग्राम पंचायतों में बहुत कम तथा कुछ में बहुत अधिक कार्य स्वीकृत होने पर सीईओ से जानकारी मांगी तथा निर्देश दिए कि सरपंच या अन्य जनप्रतिनिधि को उनके क्षेत्र के विकास कार्यों के लिये जिला परिषद या पंचायत समिति कार्यालयों के चक्कर न कटवाये, सभी ग्राम पंचायतों का समान विकास करवायें, जिन ग्राम पंचायतों में मनरेगा के काम नहीं चल रहे है उनके वीडीओ को नोटिस देकर रोजगार सहायक और जेटीओ के खिलाफ कार्रवाई करें। उन्होंने 2 साल से एक ही स्थान पर कार्यरत जेटीओ को दूसरी जगह लगाने, काम नहीं करने या भ्रष्टाचार की शिकायत वाले जेटीओ की जांच कर सेवा समाप्त करने के निर्देश दिए। प्रभारी मंत्री ने घर-घर नल कलेक्शन, विभिन्न पेयजल व सिंचाई परियोजनाओं, नई सड़कों के निर्माण व जर्जर सड़कों की मरम्मत, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की भी समीक्षा की। सवाईमाधोपुर नगरपरिषद सभापति विमल महावर की शिकायत पर रूडिप को जिला मुख्यालय पर सीवरेज लाइन कार्य में तेजी लाने, निर्माण सम्बंधी सामग्री और मलबे को मानसून से पहले सड़क और गलियों से हटाने के भी निर्देश दिये। खंडार विधायक ने खंडार समेत पूरे जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने, ग्रामीण विकास कार्यों की मॉनिटरिंग में जनप्रतिनिधियों का पूर्ण सहयोग और मार्गदर्शन लेने, मनरेगा क्रियान्वयन तथा निगरानी प्रक्रिया में सुधार करने, आमजन को सरकारी योजनाओं का लाभ समय पर नहीं देने वाले अधिकारी, कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने, अवैध बजरी खनन पर अधिक सख्ती दिखाने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने गंगापुर एडीशनल एसपी द्वारा नशामुक्ति के संबंध में युवाओं को प्रेरित करने के लिए तैयार की गई कार्ययोजना को पूरे जिले में लागू करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले मे संचालित विभिन्न कल्याणकारी व फ्लेगशिप योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने का आश्वासन दिया एवं बजट घोषणाओं व कोरोनाकाल मे अब तक किये गये कार्यों के बारे मे भी विस्तार से जानकारी दी। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, एडीएम डॉ. सूरज सिंह नेगी, एडीएम गंगापुर नवरतन कोली, सीईओ जिला परिषद आर.एस. चौहान, उपखंड अधिकारी सवाई माधोपुर कपिल शर्मा, एसडीएम मलारना डूंगर रघुनाथ, सीएमएचओ डॉ. तेजराम मीना, नगर परिषद आयुक्त, उद्योग, रसद, श्रम, शिक्षा, खेल, जलदाय, विद्युत, पशुपालन, जल संसाधन, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, बाल अधिकारिता, महिला एवं बाल विकास, शिक्षा एवं अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।