लोकायुक्त सचिवालय की ओर से खण्डार पंचायत समिति के मीटिंग हॉल में बैठक आयोजित करके लोक सेवकों के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों में शिकायत करने की प्रक्रिया आमजन को बताई गई।
बैठक में खण्डार क्षेत्र जनसाधारण की ओर से लोकायुक्त सचिवालय के अधिकारियों को 18 शिकायतें दर्ज करवाई गई। वहीं लोकायुक्त सचिवालय के अधिकारियों ने खण्डार क्षेत्र की पहले से दर्ज सात शिकायतों पर अब तक की गई कार्रवाई से जन साधारण को अवगत कराया गया।
लोकायुक्त सचिवालय के संयुक्त सचिव भगवान शारदा ने बताया कि वर्तमान लोकायुक्त एस.एस. कोठारी पूर्ण पारदर्शिता के साथ जन साधारण की ओर दर्ज करवाई गई शिकायतों की निष्पक्ष जांच करवाते हैं। उन्होंने बताया कि लोकायुक्त सचिवालय कि ओर से राज्य के मंत्रियों, सचिवों, राजकीय प्रतिष्ठानों के अध्यक्षों, लोक सेवकों, जिला परिषद के प्रमुखों व उपप्रमुखों, पंचायत समितियों के प्रधानों व उपप्रधानों, जिला परिषदों, पंचायत समिति के प्रधानों व पंचायत समितियों के अध्यक्षों, नगर निगम के महापोरों एवं उप महापोरों, स्थानीय प्राधिकरणों, नगर परिषदों, नगर पालिकों व नगर विकास न्यासों के अध्यक्षों व उपाध्यक्षों, राजकीय कम्पनियों व निगमों के अध्यक्षों, अधिकारियों व कर्मचारियों के विरूद्ध शिकायतों की जांच की जाती है।
संयुक्त सचिव ने बताया कि कोई भी आम व्यक्ति उपरोक्त के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों की शिकायत कर सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि इसके लिये सादे कागज पर अथवा निर्धारित प्रपत्र पत्र पर डाक/फैक्स/ई-मेल द्वारा शिकायत की जा सकती है। शिकायत प्रस्तुत करने वाले का एक यूनिक आई.डी. नम्बर दिया जाता है। शिकायतकर्ता की ओर से एक शपथ पत्र प्रस्तुत किया जाता है।
शिविर में लोकायुक्त सचिवालय के सहायक सचिव अमित कुमार ने बताया कि सचिवालसंयुक्त सचिव ने बताया कि लोकायुक्त सचिवालय की ओर से प्रत्येक शिकायत पर पूर्णतरू कार्यवाही की जाती है।
बैठक में खण्डार पंचायत समिति की प्रधान मनोरमा शुक्ला, जनप्रतिनिधिगण, उपखण्ड अधिकारी सुनील आर्य, विकास अधिकारी मदनलाल बैरवा तथा खण्डार ब्लॉक स्तरीय अधिकारी एवं आमजन उपस्थित रहे।