(गंगापुर सिटी) कोविड-19 कोरोना महामारी के दौरान जो रेल कर्मचारी लॉकडाउन होने के कारण उत्पन्न हुई परिस्थितियों के कारण ड्यूटी पर नहीं आ पाए रेल प्रशासन ने ऐसे कर्मचारियों के लिए राहत देते हुए उक्त अवधि में विशेष आकस्मिक अवकाश देने का निर्णय लिया है।
वेस्ट सेंट्रल रेलवे एंप्लाइज यूनियन के मंडल उपाध्यक्ष नरेंद्र जैन ने बताया कि यूनियन के महामंत्री मुकेशगालव के द्वारा महाप्रबंधक को इस बारे में लिखे पत्र पर संज्ञान लेते हुए मुख्य कार्मिक अधिकारी पूर्णिमा जैन ने आदेश जारी कर दिए हैं। मंडल उपाध्यक्ष जैन ने बताया कि लाॅकडाउन के दौरान कर्मचारी मुख्यालय पर होने के बावजूद पब्लिक ट्रांसपोर्ट उपलब्ध नहीं होने के कारण या कंटेनमेंट जोन में होने के कारण ड्यूटी पर नहीं आ पाए, उनकी ड्यूटी अवधि को वर्क फ्रॉम होम मानकर ड्यूटी माना जाएगा। इसी प्रकार जो कर्मचारी लॉकडाउन से पूर्व छुट्टी पर मुख्यालय से बाहर चले गए थे और लॉक डाउन की वजह से वापस नहीं आ पाए उन्हें विशेष आकस्मिक अवकाश दिए जाएंगे। इसी प्रकार जो कर्मचारी मुख्यालय पर आने के बाद क्वारंटाइन में चले गए या राज्य, केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार क्वारंटाइन में रहे या रेलवे की चिकित्सकों द्वारा क्वारंटाइन के लिए भेजा गया, उन्हें भी विशेष आकस्मिक अवकाश प्रदान किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन, कर्फ्यू में फंसे रेल कर्मचारियों कि ड्यूटी अवधि को लेकर असमंजस बना हुआ था। इस अवधि की ना तो छुट्टी लग पा रही थी ना ही विशेष आकस्मिक अवकाश स्वीकृत किए जा रहे थे। यूनियन के महामंत्री मुकेश गालव ने इस मामले को पश्चिम मध्य रेलवे के महाप्रबंधक के समक्ष उठाया, तदोपरांत आज मुख्य कार्यकारी अधिकारी पूर्णिमा जैन ने कर्फ्यू, क्वारंटाइन, लॉकडाउन में फस जाने के कारण ड्यूटी पर नहीं आने की अवधि के बारे में दिशा निर्देश प्रदान करने से कर्मचारियों को भारी राहत मिलेगी।