घुश्मेश्वर महादेव मंदिर को जोड़ने वाली चारों तरफ की सड़कें सार्वजनिक निर्माण विभाग की लापरवाही के चलते टूटकर अपने बड़े-बड़े जख्म दिखा रही है जिसके कारण भोले बाबा के मेले में आने वाले हजारों पैदल यात्रियों एवं वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। घुश्मेश्वर नगरी में महाशिवरात्रि महोत्सव 18 फरवरी से प्रारंभ होने जा रहा है जिसके कारण दूरदराज से आने वाले दुकानदारों का आना शुरू हो गया है।
समाजसेवी जगदीश प्रसाद सोनी सुशील जैन ने बताया कि भोले के दरबार में अधिकतर श्रद्धालु जयपुर, वाया बरौनी, शिवाड़, दौसा, बाया जामडोली, शिवाड़, कोटा, बूंदी, टोंक-वाया, ईसरदा होकर भोले बाबा के मंदिर पहुंचते हैं और इन्हीं मार्गों की सड़कों की स्थिति ऐसी है कि वाहनों का चलना तो दूर पैदल भी आसानी से नहीं चला जा सकता। इस संबंध में ग्रामीणों एवं घुश्मेश्वर ट्रस्ट अध्यक्ष प्रेमप्रकाश शर्मा ने राजस्थान सरकार जिला प्रशासन विधायक विभाग के अधिकारियों को कई बार अवगत करवाकर सड़क मरम्मत करवाने की मांग भी कर चुके हैं। किंतु अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। जिसके चलते बरौनी से कंवरपुरा तक का सड़क मार्ग जगह-जगह टूट चुका है वहीं जामडोली महापुरा सड़क गड्ढों में तब्दील है।
जिसके चलते मेले में आने वाले श्रद्धालुओं का पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा है मार्ग में आए दिन दुपहिया वाहन चालक एवं श्रद्धालु रोजाना गिरकर घायल हो रहे हैं इसके बावजूद भी विभाग का समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं है बहड़ से इसरदा तक रोड बनाने का कार्य 1 वर्ष पूर्व शुरू किया गया था जो मात्र 12 किलोमीटर का है। परंतु ठेकेदार द्वारा रुक-रुक कर कछुआ चाल के साथ काम करने से यात्रियों के साथ क्षेत्रीय राहगीर वाहन चालको को परेशानी उठानी पड़ रही है।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को घुश्मेश्वर महादेव मंदिर शिवाड़ मेले की तैयारियों की जानकारी लेने आए जिला कलेक्टर को मीटिंग के दौरान घुश्मेश्वर ट्रस्ट अध्यक्ष प्रेम प्रकाश शर्मा ने सड़क मार्ग की दुर्दशा के बारे में कई बार विभाग के अधिकारियों को लिखने के बावजूद भी कोई पुख्ता कार्यवाही नहीं करके सड़क मरम्मत के नाम पर लीपापोती करने का आरोप लगाय था। जिस पर जिला कलेक्टर ने विभागीय अधिकारी को इसरदा महापुरा से मनोहरपुरा रोड़ पर तुरंत पेच वर्क करवाने के दिशा निर्देश दिए बताए।