जैन श्वेताम्बर तेरापंथ धर्मसंघ के 11वें आचार्य श्री महाश्रमण जी की अहिंसा यात्रा के सवाई माधोपुर प्रवास के दूसरे दिन जिला मुख्यालय पर हर कोई महाश्रमणमय होता हुआ नजर आया। ऐसा लग रहा था मानों सारा सवाई माधोपुर ही आचार्य महाश्रमण के स्वागत में उमड़ पड़ा हो।
अपनी अहिंसा यात्रा के दौरान दूसरे दिन आज सोमवार को सुबह आचार्य महाश्रमण ने शहर के महावीर भवन से आदर्श नगर साहूनगर के लिए विहार किया। इस दौरान उनके सैकड़ों अनुयायियों ने मंगलाचरण किया। श्रद्धालुओं का रैला आचार्य श्री के साथ साथ चल रहा था।
रास्ते भर जगह-जगह स्वागत द्वारा लगाकर सभी समाज के लोग आचार्य महाश्रमण का स्वागत करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आतुर दिखाई दिया। आचार्य महाश्रमण ने साहूनगर स्कूल में बने पांडाल में सभी धर्मों के धर्मालम्बियों को सत्य, अहिंसा और नैतिकता का पाठ पढ़ाया।
इस दौरान उन्होंने सभी को सद्भावना और नशा मुक्ति के लिए प्रेरित किया। उन्होंने पांडाल में मौजूद लोगों से नशा छोड़ने की अपील की। इसके बाद एक प्रेस वार्ता का भी आयोजन किया गया। जिसमें आचार्य श्री के शिष्य कुमार श्रमण ने मीडियाकर्मियों को आचार्यश्री की अहिंसा यात्रा की जानकारी दी।
इस दौरान उन्होंने पत्रकारों के सवालों का जबाब देते हुए कहा कि हिन्दू कोई धर्म नहीं है। हिन्दुस्तान में रहने वाले सभी लोग हिन्दू है। हिन्दुत्व जीवन जीने की पद्धति है। उन्होने कहा कि बच्चों में शिक्षा के साथ ही संस्कार विकसित करने के लिए परिवार में ही अच्छी बाते सिखाई जानी चाहिए क्योंकि बच्चे संस्कार परिवार में ही सीखते हैं।
जिले में आचार्य श्री महाश्रमणजी की अहिंसा यात्रा 19 दिसम्बर तक रहेगी। 14 दिसम्बर को आचार्य महाश्रमण की अहिंसा यात्रा सूरवाल, 15 को भगवतगढ़, 16 को चौथ का बरवाड़ा, 17 को डिडायच, 18 को शिवाड़ में प्रवास करते हुए टोंक जिले में प्रवेश करेगी।