भारतीय शिक्षा समिति गंगापुर सिटी, सवाई माधोपुर की ओर से शहर, ब्रह्मपुरी बस्ती में स्थित श्री सीतारामजी बिहारी मन्दिर में आयोजित श्रीरामदेवजी महाराज चरित्रामृत कथा का शनिवार को समापन हो गया। जिला प्रचार-प्रसार प्रमुख एवं जिला निरीक्षक महेन्द्र कुमार जैन ने बताया कि श्रीरामदेवजी महाराज चरित्रामृत कथा में कथावाचक आचार्य लक्ष्मीकांत शास्त्री ने श्रीरामदेवजी महाराज चरित्रामृत कथा के समापन दिवस पर बताया कि श्रीरामदेवजी सभी मनुष्यों की समानता में विश्वास करते थे, चाहे वह उच्च हो या निम्न हो, अमीर या गरीब हो।
उन्होंने दलितों को उनकी इच्छानुसार फल देकर उनकी मदद की। उन्हें अक्सर घोड़े पर सवार दर्शाया जाता है। उनके अनुयायी राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, मुंबई, दिल्ली, भीलवाड़ा के साथ जैसलमेर के सिंध तक फैले हुए हैं। राजस्थान में कई मेले आयोजित किए जाते हैं। उनके मंदिर भारत के भीलवाड़ा सहित कई जिलों में स्थित हैं। श्रीरामदेवजी ने वि.स. 1442 में भाद्रपद शुक्ल एकादशी को राजस्थान के रामदेवरा, पोकरण से 10 कि.मी. में जीवित समाधि ले ली थी, जहाँ एक अंतरप्रांतीय मेले का आयोजन होता है जिसे भादवा का मेला कहते हैं। इस मेले में देश के हर कोने से लाखों श्रद्धालु यात्रा करते हुए पहुंचते हैं।
इस दौरान भजन गायक ने उपस्थित लोगों को ताल एवं धुन पर नृत्य करने के लिए विवश कर दिया। इस कथा में आस-पास की बस्ती से काफी संख्या में महिला-पुरूषों भक्तों ने इस कथा का आनंद उठाया। समापन पर हवन में मंत्रोच्चारण करते हुए घृत तथा समिधा की आहुति दी गई। कथा के पश्चात् आरती की गई व सभी भक्तों को प्रसादी वितरित की गई।
इस दौरान भारतीय शिक्षा समिति के जिला उपाध्यक्ष मनमोहन दाधीच, जिला व्यवस्थापक कानसिंह सोलंकी, जिला सचिव जगदीश शर्मा, प्रबन्ध समिति व्यवस्थापक विष्णु माथुर, सुरेन्द्र सिंह राजावत, सदस्य अशोक जयपुरिया, दामोदर सैनी, संयोजक व प्रधानाचार्य सुमन श्रीमाल, हरेकृष्ण शर्मा, दामोदर शर्मा, हंसराज वैष्णव, महेश शर्मा, दीनदयाल शर्मा, आचार्य सुनील शर्मा, हंसराज प्रजापत, कपिल शर्मा, रामप्रसाद माली, गोपाल शर्मा, सतीश शर्मा, तुलसीराम शर्मा, दामोदर शर्मा, महेश सैन, लटूरलाल मीना, विनोद जैन, रामसेवक गुप्ता, विजय कासौटिया, विमला राठौर, धनेश्वरी मेहरा, सत्यनारायण काछी, विजयलक्ष्मी, केन्द्र चालक ऊषा शर्मा, दीपिका सैनी, महेश शर्मा, विजय कासौटिया, लक्ष्मीचन्द गुप्ता, हनुमान योगी एवं विडियो ग्राफिक्स भरत माहेश्वरी आदि उपस्थित थे।