बामनवास पट्टी कला के मालियान मोहल्ले के एक युवक पर दबाव बनाकर स्टाम्प में दुगनी, चार गुनी रकम लिखवाने के कारण डिप्रेशन में आकर युवक ने विषाक्त खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मामले को लेकर कस्बे के माली समाज के सैकड़ों लोगों ने आज शुक्रवार को सरकारी अस्पताल के समीप शव को गाड़ी में रखकर जाम लगा दिया तथा आरोपियों को गिरफ्तार करने सहित अन्य मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए। इस दौरान कई बार समझाइश के बाद भी सहमति नहीं बन पाई। जाम लगाने के 8 घंटे बाद प्रशासन द्वारा आश्वासन के बाद लोगों ने जाम हटाया तब जाकर मृतक का अंतिम संस्कार किया जा सका। धरना स्थल पर पहुंचे उपखंड अधिकारी को मृतक के भाई की ओर से सौंपे मांग पत्र में बताया कि 16 मार्च को पट्टी कलां निवासी धर्म सिंह मीणा उर्फ सेठी तथा उसके पिता रामस्वरूप मीणा ने उसके भाई मृतक ख्यालीराम पुत्र अमरपाल माली निवासी पट्टी कला पर जबरन दबाव बनाकर स्टांप खरीद वाया तथा स्टांप में मनमाने तरीके से दोगुनी चार गुनी रकम लिखवा ली गई। इस वारदात को मृतक ख्यालीराम बर्दाश्त नहीं कर सका तथा उसी दिन शाम को उसने विषाक्त खा लिया। शाम को उन्हें सूचना मिली कि ख्यालीराम के केवीएस गोदाम के पास पड़ा है। परिजन उसे उठाकर बामनवास चिकित्सालय में लेकर आए किंतु चिकित्सकों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए जयपुर रेफर कर दिया। परिजनों ने उसे जयपुर ले जाकर सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती करवाया जहां उपचार के दौरान उसने बुधवार की रात को दम तोड़ दिया।
जानकारी के अनुसार शव के पोस्टमार्टम के बाद परिजन आज शुक्रवार को सुबह बामनवास पहुंचे तथा लाश को गाड़ी में ही रख कर सुबह 7 बजे सरकारी अस्पताल के समीप मुख्य सड़क पर धरने पर बैठ गए। सूचना मिलते ही थाना अधिकारी बृजेश कुमार मय जाब्ते के लोगों के बीच पहुंचे। सवा 9 बजे नायब तहसीलदार घनश्याम मीणा तथा इसके बाद पुलिस उपाधीक्षक तेज कुमार पाठक भी मौके पर पहुंच गए तथा धरने पर बैठे लोगों को समझाइश की कोशिश की किंतु परिजनों ने प्रशासनिक अधिकारी को ही मौके पर बुलाने की बात कही। करीब सवा 11 बजे उपखंड अधिकारी बद्रीनारायण मीणा, पुलिस उपाधीक्षक तेज कुमार पाठक, थाना अधिकारी बृजेश कुमार ने धरना स्थल पर बैठे लोगों से बात की तथा उनको धरना समाप्त करने एवं अपनी मांगों का मांग पत्र देने की बात कही। उपखंड अधिकारी के मौके पर पहुंचने पर धरने पर बैठे परिजनों एवं समाज के लोगों ने उन्हें छह सूत्रीय मांग पत्र सौंपा जिसमें आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने तथा 24 घंटे में गिरफ्तार किए जाने, मृतक के परिजनों में से किसी को सरकारी नौकरी, पीड़ित परिवार को 50 लाख की आर्थिक सहायता, पीड़ित को इंदिरा आवास का लाभ दिलाए जाने, श्रमिक डायरी के अनुसार जो भी आर्थिक सहायता हो दिलाए जाने तथा बामनवास चिकित्सालय में 24 घंटे चिकित्सा कर्मियों का ठहराव आदि को लेकर मांग की गई। इस दौरान माली समाज के लोगों के प्रतिष्ठान लगभग 10 घंटे बंद रहे। साथ ही कई समाजों के लोग घटनास्थल पर पहुंचे मृतक के परिवार के साथ खड़े रहे संवेदना व्यक्त की।