राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर के निर्देशानुसार आज मंगलवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव महेन्द्र कुमार ढाबी ने जिला कारागृह सवाई माधोपुर का साप्ताहिक निरीक्षण किया। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव ने निरीक्षण के दौरान जिला कारागृह में साफ-सफाई, भोजन व्यवस्था, चिकित्सा व्यवस्था, बंदियों को दी जाने वाली विधिक सहायता, प्रथम बार प्रवेश करने वाले बंदियों से संवाद व पूछताछ, पेयजल की सुविधा, रसोई-घर एवं बैरको की साफ-सफाई आदि के संबंध में जांच की। इस दौरान उन्होंने कारागृह के रसोई घर, शौचालय व अन्य परिसर की साफ-सफाई के निर्देश प्रदान किए। उन्होंने बीमार बंदियों को समुचित चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराने के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए। मौके पर उपस्थित जिला कारागृह सवाई माधोपुर के जेलर जसवन्त सिंह ने बताया कि कारागृह में पुरूष बंदियों के लिए दो एवं महिला बंदी के लिए एक बैरक है।
निरीक्षण के दौरान कारागृह में 88 पुरूष बंदी उपस्थित मिले। वहीं एक भी महिला उपस्थित नहीं पाई गई। कारागृह में प्रथम बार प्रवेश करने वाले बंदियों से भी पूछताछ कर निःशुल्क विधिक सहायता की जानकारी प्रदान की गई। निरीक्षण के दौरान उपस्थित बंदियों को निःशुल्क विधिक सहायता, बंदियों के कानूनी अधिकार, बंदीजन एवं विधि से संघर्षरत किशारों के कल्याण की योजना आदि के संबंध में जानकारी प्रदान की गई। इस अवसर पर वीरेन्द्र कुमार वर्मा असि. लीगल एड डिफेंस काउंसिल मय कारागृह स्टाफ उपस्थित थे।
मर्सी रिहैबिलिटेशन शेल्टर होम का किया निरीक्षण:- जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव ने मर्सी रिहैबिलिटेशन शेल्टर होम सवाई माधोपुर का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने संस्था में स्टाफ की स्थिति, आवासित बालकों को दी जाने वाली सहायता, चिकित्सकीय सुविधा, फर्स्ट एड बॉक्स की व्यवस्था, कुशल परामर्शदाता, स्नानागार, पर्याप्त ओढने-बिछाने की व्यवस्था, आवासित बालकों के दैनिक उपयोग की वस्तुओं की उपलब्धता, भोजन की व्यवस्था आदि के संबंध में पूछताछ कर जांच की।
इस दौराने संस्था में कुल 13 बच्चें उपस्थित पाएं गए। साथ ही मौके पर उपस्थित मर्सी रिहैबिलिटेशन शेल्टर होम की केयरटेकर निशा त्रिवेदी, सामाजिक कार्यकर्ता अलकनन्दा, आउटरीच वर्कर आशीष शर्मा, टिंकू शर्मा व अन्य कर्मचारीगण को बालकों के कक्षों में साफ-सफाई रखने, औढने व बिछाने की पर्याप्त व्यवस्था रखने के संबंध में निर्देश प्रदान किये। संस्था में प्रतिमाह बालकों के स्वास्थ्य जांच हेतु डॉक्टर की विजिट, संस्था में प्राथमिक उपचार किट, रसोई में अग्निशमन यंत्र की व्यवस्था, पर्याप्त रोशनदान आदि के संबंध में निर्देश प्रदान किये तथा साथ ही संस्था में प्रदान की जाने वाली सुविधाओं का विवरण बोर्ड पर अंकित करने के निर्देश प्रदान किए।